रायपुर : जब आप कूलर का स्विच ऑन करते हैं तो पंखा नहीं चलता लेकिन यदि आप उसे किसी भी चीज से थोड़ा सा पुश कर देते हैं तो फिर पंखा बड़े मजे के साथ चलने लगता है. रिपेयरिंग वाले को जब बुलाया जाता है तो वह बताता है कि कूलर की मोटर जाम हो गई. अब सवाल ये है कि पंखा घुमाने के लिए सीलिंग फैन में मोटर होती है और कूलर में भी. फिर केवल कूलर की मोटर ही जाम क्यों होती है.जबकि सीलिंग फैन की मोटर तो सालों साल चलती रहती है. आईए हम आपको बताते हैं आखिर क्यों कूलर की पंखी जाम होती है और इसे घर पर ही कैसे ठीक किया जा सकता है.
कूलर की मोटर क्यों होती है जाम ?: ज्यादातर कूलर की मोटर उसके कंडेनसर या कैपिसिटर के कमजोर हो जाने के कारण जाम होती है. कूलर की मोटर के पास चिपका हुआ प्लास्टिक का यह उपकरण बहुत काम का होता है.ये छोटकू सी चीज आपके कूलर की मोटर की जान है.इसे आप इसका हार्ट भी कह सकते हैं. ये कैपिसिटर ये निश्चित करता है कि कूलर की मोटर में विद्युत तरंगे किस हिसाब से फ्लो होंगी. मोटर के अंदर पंखे की सॉफ्ट को स्मूदली घुमाने के लिए विशेष प्रकार की ग्रीस का उपयोग किया जाता है.कूलर की मोटर नमी के बीच में रहती है इसलिए कुछ समय बाद मोटर का ग्रीस या फिर ऑयल खराब हो जाता है.कई बार ये ग्रीस पूरी तरह से खत्म हो जाता है.यदि आप मोटर की ग्रीसिंग समय पर कराते रहेंगे तो ये कभी भी जाम नहीं होगी.
नमी के कारण बुश और बेयरिंग होते हैं खराब : कूलर का मोटर हमेशा नमी के बीच रहता है. इसलिए उसके बुश और बियरिंग दोनों ही जंग लगने के कारण खराब होते हैं. यदि आप उसे बदल देंगे तो मोटर जाम होने की समस्या खत्म हो जाएगी. अगर आपका कूलर काफी चल चुका है तो संभावना है कि कूलर के दोनों बुश घिस गए हैं. उनमे प्ले आ गया है, इसलिए जब बुश गर्म हो जाते हैं तो थोड़ी देर चलने के बाद कूलर बंद हो जाता है.
बुश करें चेंज और हो जाएं टेंशन फ्री : आप बुश चेंज करना जानते हैं तो कर लें, नहीं तो किसी अच्छे मिस्त्री से करवा ले.बड़ी समस्या पैदा करने वाला यह छोटा सा उपकरण बाजार में अधिकतम 20 से 40 रुपए के बीच में मिल जाता है.कभी कभी 2 रुपए वाला वॉशर भी मोटर के जाम होने का कारण बन जाता है.कुल मिलाकर भले ही कूलर की मोटर में पानी का सीधा प्रवेश नहीं होता हो लेकिन पानी के छोटे-छोटे कण मोटर के अंदर जाते हैं. जो आपके मोटर के जाम होने का कारण हैं. इलेक्ट्रिशियन मोटर जाम होने पर पूरी मोटर बदलने की बात करता है.लेकिन यदि आपको ये पता होगा कि इससे कैसे बचा जाए तो कोई भी इलेक्ट्रिशियन आपको उल्लू नहीं बनाएगा.
कूलर की कूलिंग बढ़ाने के टिप्स : अब आप ये जान जाए कि कूलर का मोटर जाम क्यों होता है.अब ये भी जान लिजिए कि कूलर की कूलिंग कैसे बढ़ाई जाए.
1 . कूलर की घास पर पानी अधिक मात्रा में नहीं गिरना चाहिए.
2. खस में ज्यादा पानी गिरने पर कूलर की हवा में चिपचिपाहट बढ़ेगी,इसलिए कोशिश किजिए खस में कम पानी गिरे.
3. कूलर के पंखे का RPM कम होना चाहिए यानी 750 से 900 RPM के बीच.इससे कूलर से ठंडी हवा आएगी.,साथ ही कूलर कम आवाज करेगा.
4. कूलर को खुली जगह पर रखें,ताकि वो बाहर से हवा खींचकर आपके कमरे में भेज सके.यही नहीं कूलर की हवा को क्रॉस होने के लिए छोटी खिड़की या एग्जॉस्ट फैन का सहारा जरुर लें.ऐसा नहीं होने पर कमरे में नमी बनेगी और वो ठंडा नहीं होगा.
5.कूलर को चारों ओर से किसी कपड़े या बोर्ड से बिल्कुल भी कवर ना करें.नहीं तो हवा आर पार नहीं आएगी.