कोटा. सोशल मीडिया के जरिए कोटा की कोचिंग, हॉस्टल्स और सुविधाओं के मामले में साजिशन बदनाम करने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कोटा में हॉस्टल एसोसिएशंस ने प्रदर्शन किया. साथ ही कोटा शहर पुलिस अधीक्षक डॉ अमृता दुहन से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन भी सौंपा है.
हॉस्टल एसोसिएशंस का कहना है कि कोटा को बदनाम कर बाहर के कोचिंग संस्थानों को फायदा पहुंचाने का काम किया जा रहा है. स्टूडेंट के तनाव या अन्य किसी भी मामले को लेकर बेवजह सोशल मीडिया पोस्ट को ट्रेंड करवा कर माहौल कोटा के विरुद्ध बनाया जा रहा है. जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. इस संबंध में हॉस्टल संचालक शनिवार सुबह बड़ी संख्या में जवाहर नगर थाने पर पहुंचे. वहां पर सोशल मीडिया पर कोटा के संबंध में अफवाह फैलाने वाले के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है.
कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल ने कहा कि कोटा मेडिकल और इंजीनियरिंग एंट्रेंस की कोचिंग के लिए आदर्श शहर और कॅरियर सिटी है, लेकिन इन सबके बीच कुछ लोग कोटा की छवि को जानबूझ कर टारगेट कर रहे हैं. देश में व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा के चलते कोटा को संगठित गिरोह बनाकर टारगेट किया जा रहा है. यहां के व्यवसाय को चौपट करने के लिए लगातार भ्रामक और झूठी जानकारियां प्रचारित व प्रसारित कुछ सोशल मीडिया पेज पर की जा रही है.
कोटा में स्टूडेंट्स के सुसाइड के साथ झूठी और मनगढंत जानकारियां प्रसारित कर दी जाती हैं. ऐसे सोशल मीडिया पेजों पर प्रतिबंध लगाने व संचालक के खिलाफ दण्डात्मक कार्रवाई की जाए. इससे कोटा का व्यापार प्रभावित हो रहा है. इस दौरान कोरल पार्क हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल, लैंडमार्क के अध्यक्ष विश्वनाथ शर्मा, कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के महासचिव पंकज जैन सहित बड़ी संख्या में हॉस्टल संचालक मौजूद थे.