कोटा. कोचिंग सिटी में बढ़ रही आत्महत्या की घटनाओं के बीच सरकार और जिला प्रशासन ने सभी हॉस्टल और पीजी रूम के पंखों में हैंगिंग डिवाइस यानी एंटी सुसाइड रॉड लगाने के लिए निर्देश दिए हुए हैं. कई मामले ऐसे भी आए, जिसमें हॉस्टल और पीजी में आज भी यह डिवाइस लगी हुई नहीं मिली. इस मामले में जिला प्रशासन भी सख्त हुआ है.
इलेक्ट्रीशियन साथ ले जाकर लगवाई रॉड : इसी बीच कोरल पार्क हॉस्टल एसोसिएशन ने भी एक मुहिम चलाई है. इसमें वो निःशुल्क एंटी सुसाइड रॉड का वितरण कर रहे हैं. यह एंटी सुसाइड रॉड कोरल पार्क के आसपास के इलाकों में वितरित की जा रही हैं. यहां तक की कई पीजी में, जहां रॉड लगी नहीं मिली, वहां पर इलेक्ट्रीशियन को साथ ले जाकर रॉड लगवाई भी जा रही है. एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल ने बताया कि शहर में हो रहे सर्वे में लगातार सामने आ रहा है कि कई पीजी में एंटी हैगिंग डिवाइस नहीं लगी हुई है. जिला प्रशासन लगातार ऐसे लोगों को कार्रवाई के लिए चेतावनी दे रहा है और समझाइश भी की जा रही है. बाजार में एंटी हैंगिंग डिवाइज की उपलब्धता नहीं होने के चलते यह मामला चिंता का विषय बन रहा था. ऐसे में बारां रोड स्थित कोरल पार्क क्षेत्र में आस-पास के इलाकों में पीजी संचालित करने वालों को भामाशाहों के जरिए एंटी हैंगिंग डिवाइस वितरित की गई है.
पीजी संचालकों से निवेदन : एसोसिएशन के सचिव नीरज जैन ने बताया कि विद्यार्थियों को बेहतर और सुरक्षित माहौल मिले, इससे समझौता नहीं होना चाहिए. शहर में हो रहे सुसाइड को देखते आस-पास के सभी पीजी संचालकों से निवेदन किया गया है कि सभी कमरों में एंटी हैंगिंग डिवाइज लगाएं, ताकि दुर्घटनाएं न हों. अभी 500 हैंगिंग डिवाइस वितरित की जा रही हैं, जरूरत हुई तो और अधिक बांटी जाएगी. ऑल स्टूडेंट वेलफेयर सोसाइटी रघुवीर सिंह सोलंकी ने बताया कि कोटा के अन्य संगठनों को भी इस तरह से आगे आना चाहिए और पीजी मालिकों को जागरूक करना चाहिए. इस दौरान एएसडब्ल्यूएस के मुकेश सारस्वत सहित कई हॉस्टल मालिक मौजूद रहे.