श्रीनगर गढ़वाल: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कायाकल्प अवॉर्ड के लिए इन दिनों प्रदेशभर के मुख्य अस्पतालों का निरीक्षण किया जा रहा है. पौड़ी जिले में कायाकल्प अवॉर्ड के तहत कुल सात अस्पतालों का निरिक्षण किया गया. टीम ने सबसे पहले इमरजेंसी वॉर्ड का निरीक्षण किया. यहां टीम ने नर्सिेग स्टॉफ को व्यवस्थित रूप से अलग-अलग डिब्बों में बायो मेडिकल वेस्ट रखने के निर्देश दिये.
इसके अलावा डिसपेंसरी में दवाओं को व्यवस्थित रखने, अलमारी के ऊपर रजिस्टरों व आवश्यक दस्तावेजों का न रखने की बात कही. टीम ने गायनी वॉर्ड से लेकर बल्ड बैंक व अन्य विभागों का भी निरीक्षण किया.वॉर्ड के बाहर फेंके खराब बेड सीट सही जगह रखने व अनवाश्यक उपकरणों को इमरजेंसी वार्ड से निस्तारित करने की सलाह दी. इसके बाद इमरजेंसी टीम ने दवाओं के साथ रजिस्टरों की जांच की. निरीक्षण टीम के डॉ पवन सिंह कार्की ने कहा जैसे निजी अस्पतालों में साफ-सफाई से लेकर अन्य व्यवस्थायें रहती हैं वैसी व्यवस्थायें सरकारी अस्पतालों में है या नहीं इसे लेकर निरीक्षण किया जा रहा है.
अस्पताल कायाकल्प अवार्ड के लिए क्वालीफाई करता है तो उसके बाद प्रथम स्थान प्राप्त करने पर 50 लाख रुपये दिए जाते हैं. दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले को 28 लाख रूपये की धनराशि दी जाती है. उन्होंने बताया निरीक्षण के दौरान कई चीजों में सुधार की आवश्यकता देखी गई है. जिसके लिए मुख्य चिकित्साधीक्षक को सुझाव दिया गया है. उन्होंने कहा सफाई को लेकर अस्पतालों में भी जगह-जगह अव्यवस्थायें देखने को मिली हैं. निरीक्षण टीम में डॉ रोहित ग्रोवर, डॉ शुभम चौहान समेत चिकिल्साधीक्षक बेस अस्पताल डॉ अजेय विक्रम व अन्य मौजूद रहे.
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