बागेश्वर: अपर जिलाधिकारी आवास पर ड्यूटी जा रहे होमगार्ड के जवान के संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है. बताया जा रहा कि होमगार्ड का जवान सड़क पर खून से लतपथ पड़ा हुआ मिला. जिसे आपातकालीन सेवा 108 के माध्यम से जिला अस्पताल भर्ती किया गया. हालत गंभीर होने पर उसे हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर किया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. होमगार्ड की जवान की मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है.
बताया जा रहा है कि 57 वर्षीय होमगार्ड सुंदर राम पुत्र माधो राम निवासी ग्राम आरे रविवार रात कपकोट रोड स्थित कठायतबाड़ा के पास खून से लथपथ बेहोशी की हालत में सड़क पर मिला. स्थानीय लोग घायल को 108 से जिला चिकित्सालय भर्ती कराया. इनके शरीर में चोट लगने तथा नाक से खून निकलने के कारण इन्हें जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के उपरांत उन्हें रात के हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल को भेजा. जहां सोमवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हुई है.
बताया जा रहा है कि होमगार्ड का जवान अपर जिलाधिकारी के आवास पर रात्रि ड्यूटी के लिए अपनी साईकिल से जा रहा था, संभवत किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मारी होगी. जब वह डूयूटी पर नहीं पहुंचा तो साथी होमगार्ड ने उनके मोबाइल पर फोन किया, जिस पर जिला अस्पताल वालों ने फोन उठाया. तब घटना की जानकारी हुई. मृतक के चार बेटे हैं. सभी की शादी हो गई है. सामाजिक कार्यकर्ता दीपक खेतवाल ने कहा होमगार्ड के मौत की जांच होनी चाहिए. पीड़ित परिवार को अधिक से अधिक मुआवाजा मिलना चाहिए.
पढे़ं- नशेड़ी पति से तंग आकर महिला ने किया सुसाइड, घटना के बाद पति और ससुर गायब