महेंद्रगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस पूरी तरह से मतदाताओं के बीच एक्टिव हो चुकी हैं. बीजेपी का फोकस जहां नॉन जाट वोट बैंक को अपने पाले में करने का दिखाई देता है, वहीं कांग्रेस हर वर्ग में सेंध लगाने की तैयारी में है. इन सबके बीच बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 18 दिन में दूसरी बार हरियाणा आ रह हैं.
अमित शाह का 18 दिन में दूसरा दौरा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हरियाणा दौरे पर 16 जुलाई यानी मंगलवार को आ रहे हैं. बीजेपी की हरियाणा में रणनीति जीटी रोड बेल्ट और दक्षिण हरियाणा के रास्ते तीसरी बार सत्ता पाने की है. अमित शाह महेंद्रगढ़ में ओबीसी मोर्चा के कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं. यानी बीजेपी का इस कार्यक्रम के जरिए फोकस हरियाणा का करीब 30 फीसदी से अधिक ओबीसी वोट बैंक रहेगा. इस कार्यक्रम के जरिए अमित शाह केंद्र और राज्य सरकार की ओबीसी समझ के लिए चलाई गई योजनाओं का बखान करेंगे. वहीं दक्षिण हरियाणा खासतौर पर अहिरवाल क्षेत्र को साधने की कोशिश करेंगे.
राव इंद्रजीत की नाराजगी के बीच दौरा
अमित शाह महेंद्रगढ़ में उस वक्त आ रहे हैं, जब केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत और उनके समर्थक उनको कैबिनेट मंत्री ना बनाए जाने से नाराज हैं. इन सबके बीच अमित शाह यादव बहुल क्षेत्र से क्या संदेश देंगे यह भी अहम रहेगा. दक्षिणी हरियाणा में करीब एक दर्जन विधानसभा सीटों पर यादव समाज का सीधा असर है. जबकि प्रदेश की आधा दर्जन से ज्यादा सीटों पर भी इनकी अहम भूमिका रहती है. साल 2014 हो या 2019 इन चुनाव में बीजेपी की सत्ता वापसी में इस क्षेत्र की अहम भूमिका रही थी. ऐसे में बीजेपी इस बेल्ट में सम्मेलन कर ओबीसी के बड़े वर्ग को साधने की कोशिश करेगी. इसके साथ ही बीजेपी एससी वोट बैंक को साधने के लिए भी प्लान तैयार कर चुकी है.
कांग्रेस भी सभी वर्गों को साधने में जुटी
कांग्रेस पार्टी ने जहां एक तरफ प्रदेश सरकार को घेरने के लिए हरियाणा मांगे हिसाब कार्यक्रम शुरू किया है, तो वहीं प्रदेश के हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए रणनीति तैयार की है. पार्टी 28 जुलाई को गुरु दक्ष प्रजापति महाराज जयंती पर हिसार में कार्यक्रम करेगी. 3 अगस्त को बीसीए सम्मेलन सोनीपत में और 4 अगस्त को श्रमिकों सेवा निवृत कर्मचारियों का कार्यक्रम गुरुग्राम में होगा. 9 अगस्त को पूर्व सैनिक सम्मेलन भी पार्टी गुरुग्राम में कर सकती है. 10 अगस्त को एससी सम्मेलन कुरुक्षेत्र में, 11 अगस्त को व्यापारी सम्मेलन पानीपत में, 16 अगस्त को महिला सम्मेलन पंचकूला में, 17 अगस्त को फरीदाबाद में प्रवासी सम्मेलन, 18 अगस्त को पंजाबी समाज सम्मेलन करनाल में होगा.
बीजेपी, कांग्रेस की रणनीति को कैसे देखते हैं जानकार?
राजनीतिक मामलों के जानकार धीरेंद्र अवस्थी कहते हैं कि बीजेपी का क्लियर फोकस नॉन जाट वोट बैंक को एक पाले में लाने का है. उसकी सीएम चेहरे और पार्टी अध्यक्ष की नियुक्ति से ये बात साफ हो चुकी है कि बीजेपी का खास फोकस दक्षिण हरियाणा और जीटी रोड बेल्ट पर है, क्योंकि पिछले दो विधानसभा चुनाव में पार्टी को सत्ता में लाने में इन दोनों क्षेत्रों की अहम भूमिका रही.
कांग्रेस को लेकर धीरेंद्र अवस्थी कहते हैं कि पार्टी ये बात जानती है कि बीजेपी जीटी रोड बेल्ट और दक्षिण हरियाणा के सहारे जातीय समीकरण साधकर तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश में जुटी है. इसलिए अब कांग्रेस ने बीजेपी के उसी प्लान को कमजोर करने और अभी तक बीजेपी के साथ चल रहे उन क्षेत्रों को साधने की रणनीति तैयार कर ली है, जिसका अंदाजा कांग्रेस के सभी वर्ग के कार्यक्रम के लिए निर्धारित स्थानों से पता चल जाता है.