श्रीनगरः हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में छात्रों ने बीए चतुर्थ सेमेस्टर (BA 4th Semester) की संस्कृत विषय की परीक्षा दोबारा कराए जाने की मांग को लेकर गुरुवार को विवि की कुलपति से वार्ता की. दरअसल, प्रश्न पत्र में मिस प्रिंट और प्रश्नों में गलतियां होने के चलते छात्रों ने परीक्षा का बहिष्कार किया था. इस दौरान छात्रों ने गढ़वाल विवि की कार्यशैली पर रोष व्यक्त किया. कुलपति से वार्ता के दौरान छात्रों ने सेमेस्टर परीक्षा आयोजित करने, प्रश्न पत्रों में गड़बड़ी, परीक्षा कॉपियों की गुणवत्ता और विवि के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए.
छात्र संघ अध्यक्ष सुधांशु थपलियाल ने विवि के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा छात्र पिछले कई दिनों से दोबारा परीक्षा कराने को लेकर परीक्षा नियंत्रक के कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं. लेकिन अधिकारी छात्रों की सुध नहीं ले रहे हैं. सुधांशु ने कहा कि विवि में लगातार परीक्षा की तिथि में परिवर्तन और प्रश्न पत्रों में मिस प्रिंट का मामला सामने आ रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि परीक्षा कॉपियों की खरीद में लगातार धांधली हो रही है. कॉपी की गुणवत्ता में भी लगातार गिरावट आ रही है. केंद्रीय विवि में छात्रों की सेमेस्टर परीक्षा में प्रश्न पत्र को बोर्ड पर लिखा जा रहा है. वहीं उन्होंने सहायक कुलसचिव (परीक्षा) को पद से हटाने की मांग की है.
छात्रों ने की पीएचडी प्रवेश परीक्षा में जांच की मांग: छात्र संघ अध्यक्ष सुधांशु थपलियाल ने विवि द्वारा कराई गई पीएचडी प्रवेश परीक्षा में भी धांधली का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है. अध्यक्ष ने कहा कि पीएचडी के प्रश्न पत्र नगर क्षेत्र की किसी प्रिंटिंग में प्रिंट किए हैं. जिनकी खरीद फरोख्त हुई है. परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो चुका था. छात्रों को पेपर बांटा जा रहा था. उन्होंने पूरे मामले में विवि के अधिकारियों के संलिप्त होने की बात कही. उन्होंने विवि की कुलपति से जल्द से छात्रों की परीक्षा दोबारा करवाने, पीएचडी प्रवेश में हुई धांधली की जांच करने की भी मांग की. अध्यक्ष ने कहा कि जल्द से जल्द मांगों पर कार्रवाई नहीं होती है तो छात्र उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.
प्रश्न पत्र में प्रिंटिंग प्रेस का नाम छपने पर बवाल: गढ़वाल विवि की परीक्षा कॉपियों में प्रिंटिंग प्रेस का नाम छपने पर भी छात्रों ने हंगामा काटा. छात्रों ने कहा कापी में प्रिंटिंग प्रेस का नाम छपा हुआ आ रहा है जो कि स्थानीय प्रिंटिंग प्रेस है. मामले पर अध्यक्ष सुधांशु थपलियाल और महासचिव आंचल राणा ने कहा कि ऐसे में परीक्षा कॉपियों की गोपनीयता खत्म हो रही है. परीक्षा कापियों में प्रिंटिंग प्रेस या छापने वाले का नाम नहीं होता है. केवल विवि का नाम ही प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका में छपा होता है. उन्होंने विवि की कुलपति से पूरे मामले की जांच की मांग की है.
वहीं विश्वविद्यालय की कुलपति अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि, जिन छात्रों की परीक्षा छूट चुकी है, उनकी जल्द परीक्षा करवाई जाएगी. साथ ही एक कमेटी का गठन किया जाएगा. जो छात्रों के प्रश्न पत्र में हुई गड़बड़ी की जांच करेगी. कमेटी एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी. जांच में दोषी पाए जाने वाले अधिकारी पर कारवाई की जाएगी. कापियों में प्रिंटिंग प्रेस का नाम छपने और पीएचडी प्रवेश परीक्षा में कथित धांधली की भी जांच की जाएगी. विवि प्रशासन छात्रों के हितों के लिए ही काम कर रहा है. छात्रों से जुड़ी हर समस्या का निराकरण किया जाएगा.
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