जयपुर. राजस्थान लोकसेवा आयोग की उप निरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसओजी के हत्थे चढ़े हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबल ने पेपर लीक और तस्करी से करोड़ों रुपए की संपत्ति खड़ी कर ली. जोधपुर जिले के गांव फिटकासनी में उसका करीब तीन करोड़ रुपए का मकान है. जबकि जोधपुर की आहूजा कॉलोनी में छह करोड़ रुपए का बंगला है. एसओजी की पड़ताल में सामने आया है कि उसकी जोधपुर में कई जगह जमीन और प्लॉट भी हैं. जिनकी कीमत करोड़ों रुपए में है. अब एसओजी उसकी संपत्ति की पूरी कुंडली बनाने में जुटी है. दरअसल, श्रवण बाबल की बेटी ट्रेनी एसआई चंचल को एसओजी ने पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया था. उसके बाद इस मामले में भूमिका सामने आने पर एसओजी ने श्रवण बाबल को भी गिरफ्तार कर लिया. एसओजी के एडीजी वीके सिंह का कहना है कि श्रवण बाबल की अब तक सामने आई संपत्ति की कीमत करोड़ों रुपए में है. उसकी संपत्ति के बारे में गहराई से जानकारी जुटाई जा रही है.
एसओजी की अब तक की पड़ताल में सामने आया है कि फिटकासनी गांव में श्रवण का 3 करोड़ रुपए का घर और 30 बीघा जमीन है. जिसकी कीमत छह करोड़ रुपए है. इसके अलावा बासनी नीकूबा गांव में 7 बीघा जमीन है. जिसकी अनुमानित कीमत 3 करोड़ रुपए है. इसके साथ ही जोधपुर के रातानाडा इलाके में एक मकान भी है. जोधपुर की आहूजा कॉलोनी स्थित उसके मकान की कीमत भी करीब 6 करोड़ रुपए बताई जा रही है. सरदारसमद रोड पर 35 बीघा जमीन, तनवाड़ा में ढाई बीघा जमीन भी है. इसके अलावा अवैध रूप से कब्जा किए 10-15 प्लॉट भी हैं.
तस्करी और हत्या के 20 मामले : श्रवण बाबल का नाम साल 2010 में बाड़मेर के दिनेश मांजू हत्याकांड में चर्चा में आया था. उसके खिलाफ मादक पदार्थों की तस्करी और हत्या के करीब 20 मुकदमें दर्ज हैं. वह जोधपुर के विवेक विहार थाने का हिस्ट्रीशीटर है. उसे हत्या के मामले में सजा भी हुई है. जेल में रहने के दौरान ही उसकी मुलाकात पेपर लीक माफिया जगदीश विश्नोई उर्फ गुरु से हुई और ये दोनों दोस्त बन गए. एसआई भर्ती पेपर उसे जगदीश विश्नोई उर्फ गुरु से मिला था.
बेटी चंचल और दोस्त के बेटे को दिया पेपर : श्रवण बाबल ने जगदीश विश्नोई उर्फ गुरु से एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर हासिल किया था. उसने अपनी बेटी चंचल और दोस्त के बेटे मालाराम को यह पेपर दिया था. जिसे पढ़कर दोनों पास हो गए और दोनों का एसआई की पोस्ट पर चयन हो गया. मामले का भंडाफोड़ होने पर एसओजी ने पहले चंचल को और बाद में मालाराम को भी गिरफ्तार कर लिया. इस बीच जगदीश विश्नोई से मिली जानकारी के आधार पर श्रवण बाबल को भी एसओजी ने धर लिया था.
कब्जा छुड़ाने के बदले की थी पेपर की डील : एसओजी की पड़ताल में सामने आया है कि हिस्ट्रीशीटर श्रवण ने जोधपुर में बेशकीमती जमीन से कब्जा छुड़ाने में पेपर लीक माफिया जगदीश विश्नोई उर्फ गुरु से मदद ली थी. इसके बदले उसने अपनी बेटी चंचल के लिए एसआई भर्ती परीक्षा का पर्चा लिया था. उसने चंचल के साथ ही अपने दोस्त के बेटे मालाराम को भी यह पर्चा मुहैया करवाया. अब एसओजी पूछताछ कर जानकारी जुटा रही है कि श्रवण ने और किस-किस को एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर दिया था.