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जींद यौन शोषण मामला, हिसार एसआईटी टीम भी हुई एक्टिव, जल्द खुलेंगे सारे राज

जींद यौन शोषण मामले में हिसार एसआईटी टीम भी एक्टिव हो गई है. संबंधित लोगों से पूछताछ जारी है. जल्द बड़ा खुलासा हो सकता है.

jind sexual abuse case
जींद यौन शोषण मामला (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Nov 1, 2024, 7:26 AM IST

हिसार: हरियाणा का जींद यौन शोषण मामला दिन-ब-दिन तूल पकड़ता जा रहा है. मामले की जांच तीन स्तरीय की जा रही है. महिला आयोग की चेयरमैन रेणू भाटिया, हिसार की एसआईटी और फतेहाबाद की एसपी अस्था मोदी जींद यौन शोषण मामले की जांच कर रही है. जांच के लिए हिसार पुलिस अधीक्षक की सुपरजिवन में एएसपी राजेश मोहन की अध्यक्षता में टीम का गठन किया गया है. टीम ने जांच भी शुरू कर दी है. वहीं, हिसार के पुलिस अधीक्षक दीपक सहारण का तबादला झज्जर किया गया है. साथ ही जींद के एसपी सुमित को तबादला अंबाला रेलवे पुलिस हो चुका है.

हिसार एसआईटी टीम एक्टिव: एसपी राजेश मोहन के अनुसार महिला थाना प्रबंधक की शिकायत के आधार पर जींद के सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज किया है. सोशल मीडिया पर चिट्ठी वायरल होने के बाद प्रशासन एक्टिव हुई और मामले में छानबीन शुरू की गई. हिसार रेंज के आईजी के आदेश पर एसआईटी टीम का गठन किया गया है. एएसपी राजेश कुमार मोहन की अध्यक्षता में ये टीम गठित की गई है. टीम में दो निरीक्षक, उपनिरीक्षक, सहायक उपनिरीक्षक शामिल हैं.

जांच में कुछ तथ्य आए सामने: मामले की जांच में कुछ तथ्य सामने आए हैं. जांच के मुताबिक चिट्ठी उच्चधिकारियों, महिला आयोग और कई मीडिया संस्थानों के पास ईमेल के जरिए भेजे गए हैं. ईमेल वाईफाई से नेट कनेक्ट कर भेजा गया था. वाईफाई कनेक्शन जींद के एक शख्स के नाम से है. जिसके नाम से वाइफाई कनेक्शन है, पुलिस उसकी भी तलाश कर रही है. उसके सामने आने पर कुछ जानकारियां मिल सकती है.

ये है पूरा मामला: दरअसल ये पूरा मामला जींद सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है. यहां पुलिस विभाग के सिनियर अफसर पर महिला पुलिसकर्मियों से यौन शोषण का आरोप लगा है. सबसे पहले एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. चिट्ठी के मुताबिक 7 महिला पुलिसकर्मियों ने एक सिनियर अफसर पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. चिट्ठी सीएम सैनी सहित कई अधिकारियों को भेजने का दावा किया गया था. लेटर में महिला पुलिस कर्मियों ने 5 बड़े आरोप सिनियर अफसर पर लगाए थे.वायरल लेटर में 7 महिला पुलिसकर्मियों के हस्ताक्षर भी थे.

खुद पर लगे आरोपों को बताया गलत: इस पूरे मामले में जिस सिनियर पुलिस अधिकारी पर आरोप लगे हैं, वो जींद के एसपी सुमित हैं, जिनका तबादला अंबाला कर दिया गया है. सुमित ने खुद पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. सुमित का कहना है कि तमाम आरोपों के पीछे साजिश चल रही है.

अब तक नहीं हुई किसी की गिरफ्तारी: लेटर सामने आने के बाद मामले की जांच शुरू की गई. फतेहाबाद की एसपी आस्था मोदी ने जांच शुरू की. जांच के दौरान एसपी आस्था मोदी ने 100 से अधिक महिला पुलिस कर्मचारियों के बयान दर्ज किए. साथ ही जिस अधिकारी पर आरोप लगा है, उनसे भी आस्था मोदी ने पूछताछ की. इसके साथ ही महिला आयोग की चेयरमैन रेणू भाटिया भी मामले की जांच कर रही हैं. महिला आयोग ने सिनियर अफसर को जांच के लिए बुलाया था. उनके बयान भी दर्ज किए थे. वहीं, हिसार एसआईटी टीम के अध्यक्ष एसएसपी राजेश मोहन के अनुसार केस दर्ज करवाने वालों का बयान दर्ज किया जा चुका है. फिलहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

ये भी पढ़ें: जींद यौन शोषण मामले में बोली कुमारी शैलजा "गंभीरता से होनी चाहिए जांच"

ये भी पढ़ें: जींद महिला उत्पीड़न के मामले को दबाया जा रहा है: विनेश फोगाट

हिसार: हरियाणा का जींद यौन शोषण मामला दिन-ब-दिन तूल पकड़ता जा रहा है. मामले की जांच तीन स्तरीय की जा रही है. महिला आयोग की चेयरमैन रेणू भाटिया, हिसार की एसआईटी और फतेहाबाद की एसपी अस्था मोदी जींद यौन शोषण मामले की जांच कर रही है. जांच के लिए हिसार पुलिस अधीक्षक की सुपरजिवन में एएसपी राजेश मोहन की अध्यक्षता में टीम का गठन किया गया है. टीम ने जांच भी शुरू कर दी है. वहीं, हिसार के पुलिस अधीक्षक दीपक सहारण का तबादला झज्जर किया गया है. साथ ही जींद के एसपी सुमित को तबादला अंबाला रेलवे पुलिस हो चुका है.

हिसार एसआईटी टीम एक्टिव: एसपी राजेश मोहन के अनुसार महिला थाना प्रबंधक की शिकायत के आधार पर जींद के सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज किया है. सोशल मीडिया पर चिट्ठी वायरल होने के बाद प्रशासन एक्टिव हुई और मामले में छानबीन शुरू की गई. हिसार रेंज के आईजी के आदेश पर एसआईटी टीम का गठन किया गया है. एएसपी राजेश कुमार मोहन की अध्यक्षता में ये टीम गठित की गई है. टीम में दो निरीक्षक, उपनिरीक्षक, सहायक उपनिरीक्षक शामिल हैं.

जांच में कुछ तथ्य आए सामने: मामले की जांच में कुछ तथ्य सामने आए हैं. जांच के मुताबिक चिट्ठी उच्चधिकारियों, महिला आयोग और कई मीडिया संस्थानों के पास ईमेल के जरिए भेजे गए हैं. ईमेल वाईफाई से नेट कनेक्ट कर भेजा गया था. वाईफाई कनेक्शन जींद के एक शख्स के नाम से है. जिसके नाम से वाइफाई कनेक्शन है, पुलिस उसकी भी तलाश कर रही है. उसके सामने आने पर कुछ जानकारियां मिल सकती है.

ये है पूरा मामला: दरअसल ये पूरा मामला जींद सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है. यहां पुलिस विभाग के सिनियर अफसर पर महिला पुलिसकर्मियों से यौन शोषण का आरोप लगा है. सबसे पहले एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. चिट्ठी के मुताबिक 7 महिला पुलिसकर्मियों ने एक सिनियर अफसर पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. चिट्ठी सीएम सैनी सहित कई अधिकारियों को भेजने का दावा किया गया था. लेटर में महिला पुलिस कर्मियों ने 5 बड़े आरोप सिनियर अफसर पर लगाए थे.वायरल लेटर में 7 महिला पुलिसकर्मियों के हस्ताक्षर भी थे.

खुद पर लगे आरोपों को बताया गलत: इस पूरे मामले में जिस सिनियर पुलिस अधिकारी पर आरोप लगे हैं, वो जींद के एसपी सुमित हैं, जिनका तबादला अंबाला कर दिया गया है. सुमित ने खुद पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. सुमित का कहना है कि तमाम आरोपों के पीछे साजिश चल रही है.

अब तक नहीं हुई किसी की गिरफ्तारी: लेटर सामने आने के बाद मामले की जांच शुरू की गई. फतेहाबाद की एसपी आस्था मोदी ने जांच शुरू की. जांच के दौरान एसपी आस्था मोदी ने 100 से अधिक महिला पुलिस कर्मचारियों के बयान दर्ज किए. साथ ही जिस अधिकारी पर आरोप लगा है, उनसे भी आस्था मोदी ने पूछताछ की. इसके साथ ही महिला आयोग की चेयरमैन रेणू भाटिया भी मामले की जांच कर रही हैं. महिला आयोग ने सिनियर अफसर को जांच के लिए बुलाया था. उनके बयान भी दर्ज किए थे. वहीं, हिसार एसआईटी टीम के अध्यक्ष एसएसपी राजेश मोहन के अनुसार केस दर्ज करवाने वालों का बयान दर्ज किया जा चुका है. फिलहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

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