हिसार: राजनीति में कई बार ऐसे सियासी समीकरण बन जाते हैं जो चुनाव में हार- जीत का कारण बन जाते हैं. हिसार में भी ऐसा ही देखने को मिला जहां देवरानी और जेठानी की वजह से ससुर को हार का सामना करना पड़ा.
घर की लड़ाई से तीसरे को फायदा: हिसार लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश ने जीत हासिल की. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वन्दी बीजेपी प्रत्याशी रणजीत चौटाला को पराजित किया. हिसार से जेजेपी और इनेलो प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में थे. जेजेपी से नैना चौटाला लड़ रही थीं तो इनेलो से सुनैना चौटाला चुनाव मैदान में थी. इनमें देवरानी और जेठानी का रिश्ता है. ये दोनों चौधरी देवीलाल के परिवार की बहुएं है. रणजीत चौटाला रिश्ते में इन दोनों के ससुर लगते हैं. रणजीत चौटाला चौधरी देवीलाल के पुत्र हैं.
कैसे बिगाड़ा बहुओं ने ससुर का खेल?: हिसार लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश और बीजेपी प्रत्याशी रणजीत चौटाला के बीच कांटे की टक्कर की देखने को मिली. वोटों की गिनती के दौरान दोनों प्रत्याशी आगे-पीछे होते रहे. कभी जयप्रकाश बढ़त बना लेते तो कभी रणजीत चौटाला आगे हो जाते. लेकिन आखिरकार जीत जयप्रकाश की हुई. जयप्रकाश 63381 वोटों से जीतने में सफल रहे. जयप्रकाश को कुल 570424 वोट मिले वहीं भाजपा उम्मीदवार रणजीत चौटाला को 507043 वोट मिले. वहीं जेजेपी प्रत्याशी नैना चौटाला को 22032 वोट मिले तो इनेलो प्रत्याशी सुनैना चौटाला को 22303 वोट प्राप्त हुआ. अगर ये वोट बंटते नहीं तो चुनावी मुकाबला और कड़ा हो जाता. घर की लड़ाई से जाट वोट बैंक पर चौटाला परिवार की पकड़ कमजोर होती दिखाई दी.