शिमला: हिमाचल में 4 अप्रैल से किसानों से गेहूं की फसल की खरीदारी शुरू होगी. प्रदेश सरकार ने इस बार 10 हजार मीट्रिक टन गेहूं की फसल खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया है. किसानों को गेहूं की फसल बेचने में परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसके लिए किसानों की सुविधा के लिए प्रदेश भर के विभिन्न जिलों में 10 केंद्र बनाए गए हैं. इन केंद्रों पर किसानों से गेहूं खरीदा जाएगा. इसके लिए विभाग ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं.
किसानों से 4 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू
विभाग ने गेहूं की खरीद के लिए पोर्टल की सुविधा प्रदान की है. जिसके माध्यम से किसान गेहूं की फसल बेचने के लिए पोर्टल पर पंजीकरण करा सकते हैं. जिसके तहत अब तक 31 किसान गेहूं की फसल बेचने के लिए विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण की सुविधा का लाभ उठा चुके हैं. वहीं हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम की ओर से किसानों से गेहूं की फसल की खरीद की जाएगी. जिसके लिए किसानों से 4 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू की जाएगी.
इन केंद्रों पर होगी गेहूं की खरीद
किसानों से राज्य सरकार उनके केंद्रों पर ही उनसे गेहूं खरीदेगी. जिसके लिए प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर 10 गेहूं खरीद केंद्र बनाए गए हैं. इसमें अनाज मंडी फतेहपूर, मीलवां, इंदौरा, रियाली, नगरोटा बगवां/टांडा कोहली, धौलाकुआं, पावंटा साहिब जिला सिरमौर, मार्केट यार्ड नालागढ़, मलपुर बद्दी जिला सोलन व मार्केट यार्ड टकारला, रामपुर व जिला ऊना शामिल है. इन केंद्रों के माध्यम से किसानों से गेहूं खरीदा जाएगा. वहीं इस बार किसानों को गेहूं खरीद का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति क्विंंटल तय किया गया है.
पोर्टल पर गेहूं खरीद से जुड़ी जानकारी उपलब्ध
किसानों को पोर्टल पर जाकर फसल का ब्योरा भरने के बाद गेहूं की फसल बेचने के लिए पंजीकरण करना होगा. इसके लिए 15 मार्च से पोर्टल खोला गया है. विभाग के इस पोर्टल पर गेहूं खरीद से जुड़ी सभी जानकारी उपलब्ध हैं. किसान विभाग के इस पोर्टल पर किसी कम्प्यूटर कैफे और किसी भी लोकमित्र केंद्र पर जाकर जा फिर मोबाइल फोन पर पोर्टल पर पंजीकरण करवा सकते हैं. पोर्टल पर पंजीकरण करवाने पर विभाग के पोर्टल पर किसानों को पंजीकरण करवाने के लिए आधार नंबर, बैंक खाता, फसल एवं भूमि सहित अन्य जानकारी अपलोड करनी होगी.
ये भी पढ़ें:हिमाचल प्रदेश में 58,278 बीघा भूमि पर कलस्टर बनाकर होगी खेती, 28,873 परिवार इसके दायरे में लाए जाएंगे