शिमला: अगस्त महीने के आखिर में मानसून की रफ्तार धीमी पड़ना शुरू हो गई है. अगस्त महीने में जमकर बरसने के बाद अब बारिश का दौर कुछ कम हुआ है. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में प्रदेश में मौसम पूरी तरह से साफ रहने का अनुमान है. वहीं, हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बीती रात बारिश हुई.
बीते कुछ दिनों से हिमाचल में कम बारिश देखने को मिल रही है, लेकिन मौसम विभाग ने 27 और 28 अगस्त को पांच जिलों चंबा, कांगड़ा, मंडी, सोलन, सिरमौर मे बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. इन दो दिनों में भारी वर्षा के पूर्वानुमान के चलते लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है. बारिश के कारण इन क्षेत्रों में भूस्खलन होने की भी संभावना है. इसके साथ बारिश के कारण नदी-नालों के भी उफान पर रहने की आशंका है. 29 अगस्त को फिर मौसम साफ रहने के साथ धूप खिलने के आसार हैं.
सोलन में सबसे अधिक बारिश
बीते 24 घण्टों में सोलन में सबसे अधिक 36 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. धर्मशाला में 28, कसौली में 25 बारिश रिकॉर्ड की गई है. वहीं, शनिवार को प्रदेश में 73 सड़कें और 53 बिजली ट्रांसफार्मर ठप रहे। जिला शिमला में 35, मंडी में 20, कांगड़ा में 9, कुल्लू में 6, किन्नौर में दो और ऊना में एक सड़क अभी भी बंद है. 53 ट्रांसफार्मरों के ठप पड़ने से कुछ स्थानों पर बिजली भी गुल है. संबंधित विभाग बाधित सेवाओं को बहाल करने में जुटा है.
मानसून सीजन में 135 घर गिरे, 416 घरों को नुकसान
प्रदेश में इस बार भी मानसून से बहुत तबाही हुई है. इस मानसून में 135 घर, 57 दुकानें और 415 गोशालाएं पूरी तरह ध्वस्त हुई हैं. 416 घरों को मामूली क्षति पहुंची है. इस बार पिछले दो महीनों के दौरान बारिश के कारण 1212 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. सबसे अधिक नुकसान पीडब्ल्यूडी को 552 करोड़, जलशक्ति विभाग को 488 करोड़ का नुकसान हो चुका है.