चंबा: हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी का दौर एक बार फिर शुरू हो गया है. प्रदेश के ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी हुई है. ऊंचाई वाले इलाकों में कई-कई फीट तक बर्फ जमा हो गई है. वहीं, जिला चंबा में भी बर्फबारी का सिलसिला जारी है. चंबा जिले का जनजातीय क्षेत्र पांगी में भारी बर्फबारी हुई है. तीन दिनों से घाटी में हिमपात का दौर रहा. उपमंडल मुख्यालय किलाड़ में भी 4 फीट बर्फबारी दर्ज की गई.
बर्फबारी से 19 पंचायतों की बिजली गुल
बहरहाल खराब मौसम और भारी बर्फबारी के चलते घाटी में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. पांगी घाटी की 19 पंचायतों में बिजली की आपूर्ति ठप पड़ी हुई है. मौसम विभाग शिमला ने उच्च पर्वतीय इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी किया है. पांगी घाटी में भारी बर्फबारी से अब लोगों की परेशानियां भी बढ़ गई हैं. घाटी की पहाड़ियों पर 5 फीट, जबकि उपमंडल मुख्यालय किलाड़ में 4 फीट ताजा हिमपात दर्ज हुआ है.
पांगी में भारी बर्फबारी से नुकसान
भारी बर्फबारी के कारण घाटी की सड़कों पर गाड़ियों के पहिए भी जाम हो गए हैं. जिससे घाटी में रोजमर्रा की वस्तुओं की आपूर्ति भी ठप पड़ गई है. वहीं, बिजली के खंभों और बिजली की तारों को भी नुकसान पहुंचा है. घाटी की 19 पंचायतों में अंधेरा छाया हुआ है. तापमान माइनस में चला गया. समूची पांगी घाटी शीतलहर की चपेट में है. लोग कड़ाके की ठंड के बीच घरों में दुबकने को मजबूर हैं. वहीं, ऐसे हालातों के बीच उपमंडल मुख्यालय के बाजार में मानो कर्फ्यू की स्थिति दिख रही है.
पांगी घाटी का कटा दुनिया से संपर्क
गौरतलब है कि चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी घाटी में हर साल सर्दियों में जमकर बर्फबारी होती है. जिसके चलते लंबे समय तक घाटी का संपर्क बाकी दुनिया से कटा रहता है. मौसम साफ होने पर घाटी से बाहर निकलने के लिए हेलीकॉप्टर सेवा ही एकमात्र ऑप्शन रहता है. हालांकि जम्मू कश्मीर या फिर रोहतांग पास से होकर भी घाटी के लिए रास्ता है, लेकिन भारी बर्फबारी के चलते ये दोनों मार्ग भी पूरी तरह से बंद हो जाते हैं. जबकि चंबा से वाया साच पास मार्ग काफी समय पहले ही भारी बर्फबारी के कारण गाड़ियों के लिए बंद है.
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