मंडी: बीते एक साल से अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत्त हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक के कर्मचारियों ने अब बैंक प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया है. सोमवार को हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक कर्मचारी संघ व हिमाचल प्रदेश ऑफिसर ऑर्गेनाइजेशन ने प्रधान कार्यालय मंडी के बाहर जमकर धरना प्रदर्शन किया और मांगें पूरी ना होने पर प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
सभी बैंक कर्मियों ने मंडी के सेरी मंच से लेकर जेल रोड स्थित प्रधान कार्यालय तक एक विरोध रैली निकाली. इस रैली में पूरे प्रदेश से 270 से अधिक बैंक शाखाओं के सैकड़ों कर्मियों ने भाग लिया.
भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले बैंक कर्मियों ने यह धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के माध्यम से कर्मचारियों ने बैंक प्रबंधन पर उन्हें प्रताड़ित करने के आरोप लगाए. हिमाचल प्रदेश ऑफिसर आर्गेनाजेशन अध्यक्ष चंद्र वीर सिंह कटोच ने बताया "बैंक कर्मियों की 12वें बीपीएस को पूर्णतया लागू करने सहित अनावश्यक टेबुलर, चार्ज शीट, कर्मचारियों के साथ अभद्र भाषा, सफाई कर्मचारियों की अदायगी से छेड़छाड़, पदोन्नति व ट्रांसफर में अनियमियता इत्यादि को लेकर आधा दर्जन से अधिक मांगें हैं." बार-बार नोटिस देने के बाद भी बैंक प्रबंधन द्वारा उनकी यह मांगें नहीं मानी जा रही है जिसके बाद अब उन्होंने प्रबंधन के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है.
वहीं, हिमाचल ऑफिसर आर्गेनाईजेशन महासचिव विशाल शर्मा ने चेतावनी देते हुए कहा "इस प्रदर्शन के बाद भी बैंक प्रबंधन की नींद नहीं खुलती है तो अगले महीने 28 अक्टूबर से हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक की सभी शाखाओं को बंद रखा जाएगा.
इसके बाद नवंबर महीने में दिल्ली में पंजाब नेशनल बैंक के एचओ के सामने धरना प्रदर्शन किया जाएगा जिसकी सारी जिम्मेदारी हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक प्रबंधन की होगी. इसके बाद भी उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जाता तो बैंक कर्मी किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार रहेंगे, जिसकी रणनीति नवंबर महीने की बैठक में तैयार की जाएगी."
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