शिमला: देशभर के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में इन दिनों लोकसभा चुनाव की तैयारियों जोरों पर है. हिमाचल की 4 सीटों के लिए कांग्रेस इन दिनों उम्मीदवार तलाश रही है और नामों को लेकर दिल्ली में मंथन हो रहा है. लेकिन इस बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने पार्टी की तैयारियों को झटका देते हुए चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. मंडी से मौजूदा सांसद प्रतिभा सिंह ने कार्यकर्ताओं की निराशा और अपनी ही सरकार में होती कार्यकर्ताओं की अनदेखी का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है
"मैंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. मैं इस स्थिति में नहीं हूं. सिर्फ एमपी फंड बांटने से चुनाव नहीं जीत सकते. हमारा वर्कर निराश बैठा है. कार्यकर्ताओं को वक्त रहते जिम्मेदारी और महत्व मिलना चाहिए था. जिससे वो फील्ड में निकलता, आज मुझे कोई भी वर्कर सक्रिय नजर नहीं आ रहा है. जो पार्टी के लिए काम करेगा. कार्यकर्ताओं की वजह से ही चुनाव जीते जाते हैं. कार्यकर्ता बहुत अहम रोल प्ले करते हैं इसलिये मैंने बार-बार सरकार तक ये बात पहुंचाई थी कि कार्यकर्ताओं को महत्व देना बहुत जरूरी है. तभी हम सशक्त हो सकते हैं और चुनाव लड़ने की कंडीशन में हो सकते हैं."- प्रतिभा सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
गौरतलब है कि 2021 में हुए मंडी लोकसभा उपचुनाव में जीत हासिल कर प्रतिभा सिंह सांसद बनीं थी. माना जा रहा था कि हिमाचल की 4 सीटों में से 3 सीटों पर उम्मीदवार तलाशना कांग्रेस के लिए चुनौती होगा लेकिन मंडी से प्रतिभा सिंह ही उम्मीदवार होंगी. लेकिन राज्यसभा चुनाव के बाद हिमाचल में बदले सियासी हालात के बाद सियासी समीकरण पल-पल बदल रहे हैं. इस बीच कांग्रेस की तैयारियों को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने ही जोर का झटका जोर से दिया है.
"मैंने हर क्षेत्र का विस्तृत दौरा किया है. मुझे जो हालात दिख रहे हैं उसके मुताबिक मुझे नहीं लगता कि हम ज्यादा सफल हो पाएंगे. इसलिये मैंने अपना नाम वापस ले लिया है और उन्हें बता दिया है कि मैं चुनाव नहीं लड़ूंगी. आप जिस मर्जी को ठीक समझे उन्हें उतारें फील्ड में हम उनके लिए काम करेंगे."- प्रतिभा सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
गौरतलब है कि बीजेपी ने हिमाचल की चारों सीटें जीतने का दावा किया है. इससे पहले साल 2014 और 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी हिमाचल की चारों सीटों पर कमल खिला था. प्रतिभा सिंह के मुताबिक उन्होंने आलाकमान से साफ कह दिया है कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगी और अब आलाकमान जिसे चाहे टिकट दे दे. प्रतिभा सिंह इससे पहले भी कार्यकर्ताओं की अनदेखी को लेकर अपनी ही सरकार पर सवाल उठा चुकी हैं. वो सोशल मीडिया से लेकर मीडिया के सामने भी कई बार अपनी सरकार पर कार्यकर्ताओं की अनदेखी का आरोप लगा चुकी हैं. राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद भी प्रतिभा सिंह ने ये बात उठाई थी और इस अनदेखी को ही क्रॉस वोटिंग की वजह बताया था. अब कार्यकर्ताओं का हवाला देकर उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है.
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