हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के बागी विधायकों के परिवारों को सरकार द्वारा सुरक्षा दी जा रही है. जिसके तहत बागी विधायकों ने निवास स्थान पर सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती की गई है. प्रदेश सरकार के द्वारा बागी विधायकों और उनके परिवारों की सुरक्षा के चलते सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया है, क्योंकि प्रदेश में जारी सियासी घमासान के बीच, जनता और कांग्रेस कार्यकर्ता में इन बागी विधायकों लेकर गहरा रोष है. आए दिन लोग सोशल मीडिया पर विधायकों को लेकर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं. और सड़कों पर उतर कर बागी विधायकों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
राजेंद्र राणा के घर CRPF तैनात
ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से प्रदेश सरकार ने ये कदम उठाया है और बागी विधायकों और उनके परिवार को सुरक्षा दी जा रही है. सुजानपुर के बागी विधायक राजेंद्र राणा के घर पटलान्दर में भी वीरवार देर शाम को सीआरपीएफ के जवान तैनात किए गए हैं और घर के आस-पास की सुरक्षा को बढ़ाया गया है. वहीं, बागी विधायकों के घरों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाए जाने और सीआरपीएफ की तैनाती से सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं.
क्रॉस वोटिंग से जारी सियासी घमासान
गौरतलब है कि 27 फरवरी को हिमाचल में राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की. जिससे 68 विधानसभा वाले प्रदेश में 40 विधायकों वाली कांग्रेस सरकार को हार का सामना करना पड़ा. जबकि 25 विधायकों वाली बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव में जीत दर्ज की. क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस के इन 6 बागी विधायकों को विधानसभा स्पीकर द्वारा अयोग्य घोषित कर दिया गया. स्पीकर के फैसले को बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. इस मामले में अगली सुनवाई सोमवार को तय हुई है.
बागी विधायक Vs सीएम सुक्खू
बागी विधायक इस दौरान ऋषिकेश में हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और बागी विधायकों के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है. सीएम और बागी विधायकों द्वारा एक दूसरे को काली भेड़ें, काले नाग, केकड़े और तानाशाह जैसी संज्ञाओं से संबोधित कर रहे हैं. सीएम द्वारा बागी नेताओं को जहां गद्दार और बिके हुए जैसे शब्द दिए गए हैं. वहीं, बागी विधायक भी सोशल मीडिया पर सीएम सुक्खू पर जमकर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं.