शिमला: मंडी लोकसभा सीट से कांग्रेस की ओर से सुक्खू सरकार में लोकनिर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के नाम की औपचारिक घोषणा हो गई. अब बीजेपी की उम्मीदवार सह बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के साथ चुनावी जंग में विक्रमादित्य सिंह दो-चार होंगे. दोनों पार्टियों ने अपनी ओर से दमदार प्रत्याशी उतारे हैं. फिलहाल दोनों मे से किसी के बारे में ये नहीं कहा जा सकता है कि चुनाव में किसकी जीत होगी और किसकी हार. हां लोगों को इतना जरूर पता है कि इस बार मंडी सीट से मुकाबला दिलचस्प होने वाला है.
लोकसभा टिकट मिलने के बाद पहली प्रतिक्रिया
टिकट मिलने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह की पहली प्रतिक्रिया आई है. उन्होंन फेसबुक अकाउंट से पोस्ट किया है कि "अयोध्या से पूर्ण आशीर्वाद के साथ मंडी का डंका पूरे देश में बजेगा. जय श्री राम". विक्रमादित्य सिंह को पता है कि बीजेपी हिंदू कार्ड खेलेगी और राम मंदिर को इस चुनाव में भी भुनाने का भरपूर प्रयास करेगी. उससे पहले ही विक्रमादित्य सिंह ने ऐलान कर दिया कि वे पहले भगवान श्री राम से जीत का आशीर्वाद लेंगे उसके बाद चुनावी रण में उतरेंगे.
कंगना और विक्रमादित्य की कई बार हो चुकी जुबानी जंग
टिकट मिलने से पहले विक्रमादित्य सिंह की कंगना रनौत से कई बार जुबनी जंग छिड़ चुकी है. दोनों एक दूसरे के खिलाफ हमलावार होते हुए देखे गए हैं. कांग्रेस की ओर से टिकट कंफर्म होने के बाद कंगना पर वार और धारदार होने की संभावना है. कंगना ने उन्हें कुछ दिन पहले ही छोटा पप्पू बोला था. कंगना ने कहा था कि "बड़ा पप्पू दिल्ली में और छोटा पप्पू हिमाचल में है". कांग्रेस पार्टी की ओर से इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की गई थी. पार्टी ने तर्क रखा था कि बीजेपी की प्रत्याशी के द्वारा लोकनिर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है. इसके बाद आयोग ने कंगना को इस मामले में जवाब देने को कहा. गौरतलब है कि कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह और कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिहं के बेटे हैं. उन्हें हिमाचल के युवराज और किंग के नाम से भी लोग पुकारते हैं.
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