सदन की तीसरे दिन की कार्यवाही के एक्साइज पॉलिसी का मुद्दा गूंजा. भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि एक्साइज पॉलिसी के तहत शराब की रखी गई रिजर्व प्राइज से कम की बोली लगी है. इसमें घोटाले की बू आ रही है, जैसे कि शराब के ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने की कोशिश की गई है. प्रदेश सरकार ने शराब के यूनिट घटा दिए हैं. शराोब के ठेकेदारों को फायदा पहुंचाया गया है. उन्होंने पूछा कि क्या इसकी दोबारा बोली लगेगी या इसकी न्यायिक जांच होगी?
जिसके जवाब में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हमारी सरकार पारदर्शिता के साथ काम कर रही है. शराब की नीलामी में पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है. सीएम सुक्खू ने कहा कि एक साल में ही शराब की नीलामी से 450 करोड़ रुपए की बढ़त हुई है. रिजर्व प्राइज को भी पिछली साल की तुलना में बढ़ाया गया है. ये कम भी हो सकता है और बढ़ भी सकता है. सीएम ने कहा कि हम घोटालों से नहीं व्यवस्था परिवर्तन से आत्मनिर्भर बनेंगे.
जिसके बाद रणधीर शर्मा ने मामले में जांच की मांग की और विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी. 'यहां घोटाला नहीं चलेगा' की नारेबाजी करते हुए विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया.