शिमला: हिमाचल प्रदेश में 1094 सरकारी प्राइमरी व मिडल स्कूल बंद किए गए हैं अथवा मर्ज किए गए हैं. इन स्कूलों के भवनों में से 742 तो शिक्षा विभाग के पास ही हैं. जबकि 222 भवन स्थानीय पंचायतों के हवाले किए गए हैं. ये जानकारी हिमाचल विधानसभा के विंटर सेशन में सामने आई है. बैजनाथ के विधायक किशोरी लाल ने इस संदर्भ में सवाल किया था. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की तरफ से दिए गए लिखित जवाब में उपरोक्त जानकारी सामने आई है. किशोरी लाल का सवाल था कि प्रदेश में बंद किए गए सरकारी प्राइमरी व मिडिल स्कूलों के खाली भवनों की देखभाल कौन कर रहा है.
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के लिखित जवाब के अनुसार सरकार की 16 व 18 मार्च 2023, 26 मई 2023, 12 जुलाई 2023, 23 अगस्त 2023, 17 जुलाई 2024 व 19 सितंबर 2024 को जारी दिशा-निर्देशों में कुल 1094 प्राइमरी तथा मिडल स्कूलों को बंद या मर्ज किया गया. बंद किए गए अथवा मर्ज किए गए स्कूलों की भूमि व भवनों का स्वामित्व शिक्षा विभाग का ही रहेगा. इन संपत्तियों का उपयोग लाइब्रेरी, खेल परिसर, जिम आदि के लिए किया जा सकेगा.
जहां तक जिलेवार स्कूलों को बंद करने के आंकड़ों का सवाल है तो बिलासपुर में ये संख्या 48, चंबा में 67, हमीरपुर में 52, कांगड़ा में 184, किन्नौर में 42, कुल्लू में 51, लाहौल-स्पीति में 79, मंडी में 194, शिमला में 276, सिरमौर में 45, सोलन में 36 व ऊना में 20 स्कूल बंद अथवा मर्ज किए गए हैं. बंद किए गए स्कूलों के भवनों में से शिक्षा विभाग के पास 742, ग्राम पंचायतों के पास 222, आंगनबाड़ी के पास 70, महिला मंडलों के पास 5 व अन्य विभागों के पास 8 भवन हैं. कुल 1094 स्कूलों में से 47 ऐसे थे, जिनके पास भवन नहीं थे. ये संभवत हाई स्कूल के तहत या फिर निजी भवनों में चल रहे थे.