शिमला/पंचकूला: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस में चल रहे सियासी संकट के बीच पार्टी के 6 बागी नेता अभी भी पंचकूला के होटल में हैं. क्रॉस वोटिंग करने के बाद स्पीकर ने इन छह विधायकों को अयोग्य करार दे दिया था, जिसके चलते सदन में 6 सीटें अब खाली हैं. इस बीच होटल में मौजूद ये बागी सोशल मीडिया से लेकर मीडिया में बयान दे रहे हैं जो हिमाचल कांग्रेस के कुनबे में लगी अंतर्कलह की आग को रह-रहकर सुलगा रहे हैं. ताजा बयान इंद्र दत्त लखनपाल ने दिया है.
"अंतरात्मा की आवाज सुनकर डाला वोट"
इंद्र दत्त लखनपाल ने कहा है कि उन्होंने अंतरात्मा की आवाज सुनकर राज्यसभा चुनाव में वोट किया था. इंद्र दत्त लखनपाल ने कांग्रेस से पूछा कि क्या राज्यसभा चुनाव के लिए पार्टी को पूरे प्रदेश से कोई भी उम्मीदवार नहीं मिला ? उन्होंने कहा कि हिमाचल में कई नेताओं ने पार्टी को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दिया है, उन्हें आगे लाना चाहिए था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिसके बाद उन्होंने अंतरात्मा की आवाज सुनकर अपना वोट बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन को दे दिया.
"कानून जो फैसला करे वो मंजूर"
गौरतलब है कि हिमाचल विधानसभा स्पीकर ने कांग्रेस के 6 विधायकों को क्रॉस वोटिंग के बाद अयोग्य घोषित कर दिया था. इस फैसले के बाद ये 6 विधायक हिमाचल विधानसभा के सदस्य नहीं हैं. स्पीकर के फैसले को बागी नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है, जिसपर कल सुनवाई होनी है. इंद्र दत्त लखनपाल ने कहा कि उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है और कोर्ट जो भी फैसला करेगा उन्हें मंजूर होगा.
"जल्द लौटूंगा हिमाचल"
इंद्र दत्त लखनपाल ने कहा कि वो जल्द ही हिमाचल लौटेंगे. इन दिनों वो सोशल मीडिया के जरिये अपने विधानसभा के लोगों के साथ संपर्क में हैं. उन्होंने विक्रमादित्य सिंह से हुई मुलाकात की बात तो कबूली है लेकिन मुलाकात में क्या बात हुई इसका जिक्र नहीं किया. गौरतलब है कि कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह दो बार पंचकूला के होटल में इन बागी नेताओं से मिले थे.
कौन है इंद्र दत्त लखनपाल ?
इंद्र दत्त लखनपाल हमीरपुर जिले की बड़सर सीट से विधायक चुने गए थे. वो 2012, 2017 और फिर 2022 विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार विधायक बने थे. राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने के बाद स्पीकर ने जिन 6 विधायकों को अयोग्य घोषित किया है, उनमें इंद्र दत्त लखनपाल भी शामिल हैं. इसके अलावा राजेंद्र राणा, रवि ठाकुर, सुधीर शर्मा, चैतन्य शर्मा और देवेंद्र भुट्टो को विधानसभा स्पीकर ने अयोग्य घोषित किया था. राज्यसभा चुनाव के लिए 27 फरवरी को मतदान हुआ था, जिसके बाद से ये सभी 6 बागी कांग्रेसी पंचकूला के एक होटल में हैं.
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