नई दिल्ली: दिल्ली के लिए यमुना में अतिरिक्त पानी छोड़ने पर हिमाचल प्रदेश सरकार बार-बार रुख बदल रही है. सुप्रीम कोर्ट में यूटर्न लेते हुए अतिरिक्त पानी होने से इनकार कर चुके हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को कहा है कि प्रदेश के पास अतिरिक्त पानी मौजूद है और दिल्ली को वह देने को तैयार हैं, दिल्ली को हरियाणा सरकार से बात करनी चाहिए.
हिमाचल सीएम ने कहा, 'हिमाचल प्रदेश के पास जितना भी पानी है, अपने राज्य की जरूरत छोड़कर, हम पानी चाहे दिल्ली हो या कोई अन्य राज्य को देने को तैयार हैं. पानी हरियाणा से होकर दिल्ली पहुंचेगा. ऐसे में हरियाणा सरकार से दिल्ली को सहमति बनानी है.
बयान से पीछे हटी थी हिमाचल प्रदेश सरकार
हिमाचल प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि उसके पास 136 क्यूसेक अतिरिक्त पानी नहीं है. इसके साथ ही उसने अपना पिछला बयान भी वापस ले लिया. इस पर पीठ ने कहा कि राज्यों के बीच यमुना जल का बंटवारा एक जटिल और संवेदनशील मुद्दा है और इस अदालत के पास इस पर अंतरिम आधार पर भी निर्णय लेने के लिए तकनीकी विशेषज्ञता नहीं है.
पहले कहा था पानी देने को तैयार
सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल प्रदेश सरकार को 7 जून को राष्ट्रीय राजधानी में 137 क्यूसेक, अधिशेष जल छोड़ने का निर्देश दिया था. हिमाचल प्रदेश सरकार ने कहा था कि दिल्ली के लिए उनके पास 137 क्यूसेक सरप्लस पानी है.