हमीरपुर: पीएम नरेंद्र मोदी ने हिमाचल के मंडी और नाहन में चुनावी सभा को संबोधित किया और प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने सुक्खू सरकार पर आपदा के पैसों का बंदरबांट करने का आरोप लगाया, जिस पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पलटवार किया है. सीएम ने कहा जब हिमाचल में आपदा का पैसा आया ही नहीं तो बंदरबांट कहां हुई. वहीं, इस दौरान उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी राजेंद्र राणा पर भी जमकर निशाना साधा.
हमीरपुर दौरे पर सुजानपुर विधानसभा में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कोट, टौणी देवी, चौरी में जनसभाओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी के हमले पर पलटवार किया. सीएम ने कहा, "पीएम मोदी कह रहे हैं कि आपदा में हिमाचल को बहुत धन दिया. लेकिन सिर्फ एनडीआरएफ के तहत पैसों को प्रदान किया गया है. हिमाचल के लिए केंद्र से कोई स्पेशल रिलीफ पैकेज नहीं मिला है. आपदा के बाद कितना पैसा हिमाचल में आया है, पहले इसके बार में भाजपा बताए. अगर हिमाचल में आपदा का पैसा आता तो तभी न बंदरबांट होती. हिमाचल को केंद्र सरकार ने कोई धन नहीं दिया और आपदा के समय में केंद्र से पैसा नहीं आया".
वहीं, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सुजानपुर से भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र राणा पर भी जमकर निशाना साधा और उनका नया नामकरण किया. सीएम ने कहा राजेंद्र राणा का नामकरण कर के राजेंद्र बिके रखा गया है. राजेंद्र बिके विधानसभा परिसर में आए और बातचीत की. उसके बाद सीधे हरियाणा दूसरी किस्त लाने पहुंच गए थे. उन्होंने जनता से कहा कि आपकी वोट की संपदा को राजेंद्र बिके लूट रहा है. राजेंद्र बिके के सारे कारोबारों की जांच की जा रही है.
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वहीं, इस मौके पर सुजानपुर से कांग्रेस प्रत्याशी कैप्टन रणजीत राणा ने भी राजेंद्र राणा पर निशाना साधा. रणजीत राणा ने कहा कि सुजानपुर के लोगों ने जिस विधायक को चुना था, वह पांच साल होने से पहले ही भाग गया. इस बार बेईमान और ईमानदार के बीच में लड़ाई है. हमीरपुर जिला को बागी विधायकों ने बेच दिया था और पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री को धोखा दिया था, जिन्होंने राजनीति में उन्हें चलना सिखाया था. जब भी मुख्यमंत्री हमीरपुर आते थे तो सुजानपुर के पूर्व विधायक नदारद रहते थे. वे हमेशा मंत्री नहीं बनाये जाने पर नाराज रहते थे.
वहीं, लोकसभा प्रत्याशी सतपाल रायजादा ने कहा हमीरपुर के लोगों ने चार बार अनुराग ठाकुर को मौका दिया था. लेकिन बीस सालों में अनुराग ठाकुर ने क्या हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के मुद्दे संसद में उठाए हैं, ये सभी को पता है. आपदा में भी अनुराग ठाकुर ने संसदीय क्षेत्र की कोई मदद नहीं की. वहीं, हिमाचल को जीएसटी दिलाने के लिए भी कभी संसद में आवाज तक नहीं उठाई. अगर वे हमीरपुर संसदीय क्षेत्र की आवाज दिल्ली में नहीं उठाते हैं तो उनको चुनना गलत है, राजयादा ने जनता से कहा कि एक बार उन्हें संसदीय क्षेत्र से चुनकर संसद में भेजें.