लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा प्रदेश में आर्थिक संकट को लेकर लगातार विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है. विपक्ष में सोमवार को नियम 67 के तहत सदन में चर्चा की मांग भी उठाई और प्रदेश के कर्मचारियों को वेतन न देने के आरोप लगाए. इसको लेकर लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने पलटवार किया और कहा इस तरह के मामलों में विपक्ष राजनीति ना करे.
हिमाचल प्रदेश में आर्थिक संकट, मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने विपक्ष को दी नसीहत, इस पर ना करें राजनीति - Himachal Monsoon Session Live - HIMACHAL MONSOON SESSION LIVE
By ETV Bharat Himachal Pradesh Team
Published : Sep 2, 2024, 2:24 PM IST
|Updated : Sep 2, 2024, 9:07 PM IST
आज हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र का पांचवां दिन है. 5वें दिन की शुरुआत हंगामें के साथ हुई है, जिसके बाद सदन में विपक्ष का जोरदार हंगामा और फिर वॉकआउट देखने को मिला.
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मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने विपक्ष पर साधा निशाना
राजभवन पहुंचा भाजपा विधायक दल, विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ सौंपा ज्ञापन
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया के खिलाफ विपक्षी दल बीजेपी के विधायकों ने नियम 274 के तहत स्पीकर को हटाने की मांग की है. हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के 5वें दिन नेता विपक्ष जयराम ठाकुर की अगुवाई में बीजेपी विधायकों ने विधानसभा सचिव को पहले अविश्वास प्रस्ताव सौंपा है और बाद में बीजेपी विधायक ने इस अविश्वास प्रस्ताव को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को सौंपा.
कितने वॉकआउट करेगा विपक्ष- सीएम सुक्खू
सीएम सुक्खू ने स्पीकर से कहा कि आपने ऐतिहासिक सेशन रखा है. जब से विधानसभा बनी है शायद पहली बार 10 दिन का सेशन रखा गया है. आपने विपक्ष को मना नहीं किया कि पॉइंट ऑफ ऑर्डर न उठाएं बल्कि आपने कहा था कि प्रश्नकाल के बाद मामला लाएं. सीएम ने कहा कि भाजपा कितने वॉकआउठ करेगी, विपक्ष में आपस की लड़ाई बढ़ गई है. स्पीकर कुलदीप पठानिया ने कहा कि मेरा प्रयास है कि राज्य के हित के मुद्दे चर्चा में आएं. सदन के भीतर कार्यवाही नियमों के अनुरूप ही होगी.
"बीजेपी का मानसिक दिवालियापन है"
संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि सदन में भाजपा ने जो प्रदर्शन किया है वो इनका दिवालियापन है. विपक्ष स्पीकर से निजी दुश्मनी निकालना चाहता है. ये व्यवहार निंदनीय है. 5 दिन से बीजेपी के सदस्यों का एजेंडा सदन में लगे हैं, अधिकांश मामले विपक्ष के लगे हैं. विपक्ष चर्चा के लिए आता है या एजेंडा चलाने ? ये विपक्ष का मानसिक दिवालियापन है जो स्पीकर के खिलाफ बोल रहे हैं.
हंगामेदार आगाज, फिर विपक्ष का वॉकआउट
5वें दिन की शुरुआत में ही बीजेपी विधायक विपिन परमार खड़े हुए और स्पीकर से बोलने की अनुमति मांगी और कहा कि अहम विषय है लेकिन विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि विषय को प्रश्नकाल के बाद लेते हैं. जिसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया. स्पीकर ने प्रश्नकाल शुरू किया और विपिन परमार को इजाजत नहीं दी. जिसपर विपिन परमार ने कहा कि आप विपक्ष के संरक्षक है. स्पीकर ने कहा कि प्रश्नकाल में पॉइंट ऑफ ऑर्डर नहीं मिलता, प्रश्नकाल के बाद इजाजत दूंगा. जिसके बाद विपक्ष के सदस्य बैंच पर खड़े हुए और नारेबाजी शुरू कर दी. इस शोर शराबे के बीच शिक्षा मंत्री सवाल का जवाब देने लगे और विपक्ष ने वॉक आउट कर दिया.
ये भी पढ़ें: स्पीकर कुलदीप पठानिया के खिलाफ विपक्ष ने खोला मोर्चा, विधानसभा सचिव को सौंपा अविश्वास प्रस्ताव
आज हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र का पांचवां दिन है. 5वें दिन की शुरुआत हंगामें के साथ हुई है, जिसके बाद सदन में विपक्ष का जोरदार हंगामा और फिर वॉकआउट देखने को मिला.
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मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने विपक्ष पर साधा निशाना
लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा प्रदेश में आर्थिक संकट को लेकर लगातार विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है. विपक्ष में सोमवार को नियम 67 के तहत सदन में चर्चा की मांग भी उठाई और प्रदेश के कर्मचारियों को वेतन न देने के आरोप लगाए. इसको लेकर लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने पलटवार किया और कहा इस तरह के मामलों में विपक्ष राजनीति ना करे.
राजभवन पहुंचा भाजपा विधायक दल, विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ सौंपा ज्ञापन
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया के खिलाफ विपक्षी दल बीजेपी के विधायकों ने नियम 274 के तहत स्पीकर को हटाने की मांग की है. हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के 5वें दिन नेता विपक्ष जयराम ठाकुर की अगुवाई में बीजेपी विधायकों ने विधानसभा सचिव को पहले अविश्वास प्रस्ताव सौंपा है और बाद में बीजेपी विधायक ने इस अविश्वास प्रस्ताव को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को सौंपा.
कितने वॉकआउट करेगा विपक्ष- सीएम सुक्खू
सीएम सुक्खू ने स्पीकर से कहा कि आपने ऐतिहासिक सेशन रखा है. जब से विधानसभा बनी है शायद पहली बार 10 दिन का सेशन रखा गया है. आपने विपक्ष को मना नहीं किया कि पॉइंट ऑफ ऑर्डर न उठाएं बल्कि आपने कहा था कि प्रश्नकाल के बाद मामला लाएं. सीएम ने कहा कि भाजपा कितने वॉकआउठ करेगी, विपक्ष में आपस की लड़ाई बढ़ गई है. स्पीकर कुलदीप पठानिया ने कहा कि मेरा प्रयास है कि राज्य के हित के मुद्दे चर्चा में आएं. सदन के भीतर कार्यवाही नियमों के अनुरूप ही होगी.
"बीजेपी का मानसिक दिवालियापन है"
संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि सदन में भाजपा ने जो प्रदर्शन किया है वो इनका दिवालियापन है. विपक्ष स्पीकर से निजी दुश्मनी निकालना चाहता है. ये व्यवहार निंदनीय है. 5 दिन से बीजेपी के सदस्यों का एजेंडा सदन में लगे हैं, अधिकांश मामले विपक्ष के लगे हैं. विपक्ष चर्चा के लिए आता है या एजेंडा चलाने ? ये विपक्ष का मानसिक दिवालियापन है जो स्पीकर के खिलाफ बोल रहे हैं.
हंगामेदार आगाज, फिर विपक्ष का वॉकआउट
5वें दिन की शुरुआत में ही बीजेपी विधायक विपिन परमार खड़े हुए और स्पीकर से बोलने की अनुमति मांगी और कहा कि अहम विषय है लेकिन विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि विषय को प्रश्नकाल के बाद लेते हैं. जिसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया. स्पीकर ने प्रश्नकाल शुरू किया और विपिन परमार को इजाजत नहीं दी. जिसपर विपिन परमार ने कहा कि आप विपक्ष के संरक्षक है. स्पीकर ने कहा कि प्रश्नकाल में पॉइंट ऑफ ऑर्डर नहीं मिलता, प्रश्नकाल के बाद इजाजत दूंगा. जिसके बाद विपक्ष के सदस्य बैंच पर खड़े हुए और नारेबाजी शुरू कर दी. इस शोर शराबे के बीच शिक्षा मंत्री सवाल का जवाब देने लगे और विपक्ष ने वॉक आउट कर दिया.
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