कोटद्वार: लैंसडाउन वन प्रभाग के अंतर्गत कोटड़ी रेंज से सटे गांवों में लगातार हाथी धमक रहे हैं. इसी कड़ी में रामपुर, लालपानी, कोटड़ी, विशनपुर गांवों में हाथियों के झुंड ने गेहूं की फसल रौंद दी. जिससे गेहूं की फसल बर्बाद हो गई. ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों को खेत से भगाने के तमाम प्रयास नाकाम साबित हो रहे हैं. इतना ही नहीं खेतों से खदेड़ने पर हाथी आक्रामक रुख भी अपना रहे हैं. जिससे लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं.
दरअसल, लैंसडाउन वन प्रभाग से सटे गांवों में हाथियों का आतंक बना हुआ है. स्थानीय लोगों ने बताया कि मौजूदा समय में गेहूं की फसल पक कर तैयार है, लेकिन जंगली हाथियों के झुंड ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया है. स्थानीय महिला अनीता रावत ने बताया कि जंगली हाथियों के झुंड ने खेत में खड़ी गेहूं की पूरी फसल बराबर कर दी है. जब हाथियों को खेत से भगाने का प्रयास किया जा रहा है तो वो आक्रामक रुख अपना रहे हैं. ऐसे में हाथियों का भगाना खतरे से खाली नहीं है.
वहीं, रामपुर निवासी लोकेश ने बताया कि रात करीब दो बजे मुख्य गेट तोड़कर हाथी खेत में पहुंचा. जहां उसने कई बीघा गेहूं की फसल तबाह कर डाली. जिससे काफी नुकसान हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों को रोकने के लिए लैंसडाउन वन प्रभाग ने कई साल पहले सुरक्षा दीवार बनाई थी. जो हाथियों को रोकने में नाकाम साबित हो रही है.
साथ ही कहा कि हाथियों के आतंक की जानकारी वो कई बार वन विभाग और स्थानीय प्रशासन को दे चुके हैं, लेकिन कोई सहयोग नहीं मिल रहा है. उन्होंने गांव और वन सीमा सटे क्षेत्रों में खासकर सुरक्षा दीवार बनाने की मांग की है. उनका कहना है कि वन विभाग ने दुगड्डा, लालढांग, कोटड़ी रेंज में हाथी सुरक्षा दीवार बनाई, लेकिन इसके बाद भी जंगल से निकलकर हाथी ग्रामीण क्षेत्रों का रुख कर रहे हैं. वहीं, लैंसडाउन वन प्रभाग के वन क्षेत्राधिकारी देवेंद्र काला का कहना है कि रात्रि गश्त को बढ़ाया जा रहा है.
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