देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने केदारनाथ धाम की तरह यमुनोत्री धाम में भी शटल हेली सेवाओं का संचालन करना चाहती है. ताकि, यमुनोत्री धाम के दर्शन करने जाने वाले श्रद्धालुओं को सहूलियत मिल सके. लिहाजा, पर्यटन विभाग की ओर से यमुनोत्री धाम में रोपवे के पास ही हेलीपैड का निर्माण कराया जा रहा है. हेलीपैड का निर्माण पर्यटन विभाग करवा रहा है. ऐसे में हेलीपैड बनने के बाद केदारनाथ धाम की तरह ही यमुनोत्री धाम में भी हेली सेवाओं का संचालन शुरू हो जाएगा, लेकिन इस सीजन हेलीपैड का काम पूरा होने की संभावना न के बराबर है.
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण से मिली जानकारी के अनुसार, जब शुरुआती दौर में हेलीपैड का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, उस दौरान हेलीपैड के लिए चिन्हित जगह से अलग दूसरी जगह पर हेलीपैड का निर्माण कार्य शुरू कर दिया था. जिसके बाद फिर निर्माण का पूरा सिस्टम हटाना पड़ा. इसके बाद चयनित स्थान पर निर्माण कार्य शुरू किया गया, लेकिन मानसून सीजन शुरू होने के बाद निर्माण कार्य ठप पड़ गया है.
करीब 15 सितंबर तक मानसून सीजन रहने की संभावना है. जिसके बाद फिर से हेलीपैड का निर्माण कार्य शुरू होगा, लेकिन अक्टूबर महीने के अंत तक चारधाम की यात्रा संपन्न हो जाएगी. जिसके चलते इस सीजन में यमुनोत्री धाम के लिए हेली सेवाओं के संचालन की संभावनाओं पर विराम लग गया है. अब अगले यात्रा सीजन में ही हेली सेवाओं के शुरू होने की उम्मीद है.
क्या बोले यूकाडा के सीईओ सी रविशंकर? वहीं, यूकाडा के सीईओ सी रविशंकर ने बताया कि यमुनोत्री धाम में निर्माणाधीन रोपवे के पास हेलीपैड बनाने की प्रक्रिया चल रही है. पर्यटन विभाग कार्यदायी संस्था के रूप में हेलीपैड का निर्माण कर रहा है. अगर इस सीजन हेलीपैड का निर्माण कार्य संपन्न हो जाता है तो फिर इस सीजन यमुनोत्री धाम के लिए चार्टर सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी.
उन्होंने आगे कहा कि अगर यात्रा सीजन संपन्न होने के बाद अगर हेलीपैड का काम पूरा होता है तो अगले साल 2025 से यात्रा सीजन के दौरान केदारनाथ धाम की तरह ही यमुनोत्री धाम में हेली सेवाओं के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी की जाएगा. जिसके बाद ही यमुनोत्री धाम के लिए शटल हेली सेवाओं का संचालन किया जाएगा. बता दें कि केदारनाथ धाम और हेमकुंड साहिब के लिए हर साल सटल हेली सेवाओं का संचालन किया जाता है.
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