मसूरी: मसूरी जॉर्ज एवरेस्ट में बिना वन विभाग के अनुमति के संचालित हेलीकॉप्टर सेवा को लेकर वन विभाग द्वारा कड़े कदम उठाए जा रहे हैं. जिसको लेकर वन विभाग द्वारा पिछले दिनों जॉर्ज एवरेस्ट में हेलीकॉप्टर सेवा को संचालन करने वाली कंपनी को नोटिस भेज कर जवाब तलब किया गया था. वहीं वन विभाग द्वारा स्पष्ट रूप से कहा गया था कि अगर हेली कंपनी को हेलीकॉप्टर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी और इको सेंसेटिव जोन के ऊपर से संचालित करना है तो उसके लिए उनको के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन भारत सरकार से अनुमति लेनी होगी.
हेली कंपनी का जवाब आया सामने: जबकि वाइल्ड लाइफ सेंचुरी और इको सेंसेटिव जोन के ऊपर से बिना अनुमति के हेली सेवा के संचालन पर रोक है. इसको लेकर वन विभाग मसूरी द्वारा हेली कंपनी को नोटिस भी दिया गया था. वहीं वन विभाग द्वारा हेली सेवा कंपनी को दिए गए नोटिस के जवाब में हेली सेवा कंपनी प्रबंधन द्वारा बताया गया है कि 7 फरवरी को जॉर्ज एवरेस्ट हेलीपैड के पास चुनौती पूर्ण स्थिति बन गई थी. वहीं मौसम खराब होने के कारण पायलट को हेलीकॉप्टर को विनोद हिल रेंज के करीब उड़ाना पड़ा.
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वन विभाग ने लिया था सख्त एक्शन: बता दें कि मसूरी वन्यजीव विहार रेंज के वाइल्ड लाइफ सेंचुरी और इको सेंसेटिव जोन के क्षेत्र में हेलीकॉप्टर उड़ाने के मामले में वन विभाग द्वारा हेली सेवा कंपनी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. साथ ही बिना अनुमति के वन्यजीव विहार व आसपास के क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर उड़ाने के मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा है.वहीं वन क्षेत्राधिकारी मसूरी वन्य जीव विहार रेंज हेमंत बिष्ट ने बताया कि मामले की विस्तृत जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जा जाएगी.