रांची: एंटी साइक्लोनिक सिस्टम और टर्फ लाइन के प्रभाव से सोमवार को रांची सहित राज्य के कई इलाकों में तेज हवा के झोंके के साथ झमाझम बारिश हुई. करीब दो घंटे की झमाझम बारिश ने स्मार्ट सिटी रांची में सीवरेज और ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल दी. वहीं इस दौरान 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चली. इस कारण कई जगह पेड़ धराशायी हो गए. तेज हवा और पेड़ गिरने का असर यातायात व्यवस्था और बिजली आपूर्ति पर असर पड़ा है. तेज आंधी-पानी की वजह से कई इलाकों में बिजली के तार टूट कर गिर गए और बिजली गुल हो गई.
19 मार्च को और व्यापक होगा एंटी साइक्लोनिक सिस्टम का प्रभाव! मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
मौसम केंद्र रांची के प्रभारी निदेशक और वरिष्ठ मौसम पूर्वानुमान वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने वीडियो क्लिपिंग जारी कर बताया कि मंगलवार को एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन फ्लो का असर और व्यापक होगा. इसके साथ-साथ आंध्र प्रदेश के तट तक बने एक टर्फ लाइन की वजह से राज्य में कल यानी मंगलवार को कई स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट है. मौसम केंद्र निदेशक ने 19 मार्च का मौसम अलर्ट जारी करते हुए बताया कि राज्य के कई ( दक्षिणी-मध्य और पश्चिमी) इलाकों में मंगलवार को मेघगर्जन, वज्रपात और 40 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलेगी और मध्यम से लेकर भारी बारिश हो सकती है. इस दौरान रांची, गुमला, खूंटी, सिमडेगा,लातेहार और आसपास के जिलों में ओलावृष्टि भी हो सकती है.
पिछले 24 घंटे में गोड्डा सबसे गर्म, खूंटी के अटकी में हुए सबसे अधिक बारिश
मौसम केंद्र निदेशक ने बताया कि पिछले 24 घंटें में खूंटी के अटकी में सबसे अधिक 40.4 एमएम वर्षा हुई.वहीं कोलेबिरा में 12.2 एमएम, लोहरदगा में 17.8 एमएम,पालकोट में 09 एमएम ,जमशेदपुर में 07 एमएम वर्षा हुई. इस दौरान गोड्डा सबसे गर्म रहा. गोड्डा का अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. लोहरदगा में राज्य का सबसे कम न्यूनतम तापमान 17.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
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