रामनगर: उत्तराखंड में मानसून ने दस्तक दे दी है, जिसके बाद बारिश लोगों पर आफत बनकर टूट रही है. वहीं मानसून की पहली बारिश में ही नैनीताल जिले के रामनगर सांवल्दे नदी ने रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. वहीं नदी के उफान पर आने से सांवल्दे पूर्वी गांव के समीप के तटबंध बह गए हैं और गांव को खतरा पैदा हो गया है. लोगों को कहना है कि हल्की बारिश में ही खौफ बन रहा है और उनकी रातों की नींद उड़ गई है. ग्रामीणों ने प्रशासन से तटबंध बनाने की मांग की है.
रामनगर विधानसभा के अंतर्गत पड़ने वाली सांवल्दे पूर्वी क्षेत्र में नदी ने रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. तटबंध बहने से ग्रामीण खौफ में हैं. तटबंध लगभग 50 से ज्यादा घरों के लिए खतरा बन गया. नदी गांव की ओर कटाव कर रही है, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल पैदा हो गया. सांवल्दे पूर्वी के ग्रामीणों ने बताया कि नदी का जलस्तर कटाव करते हुए आबादी तक पहुंच गया.
ग्रामीणों ने क्षेत्र से निकलने की तैयारियां शुरू कर दी, लेकिन गनीमत रही की बारिश रुक गई और नदी का बहाव कम हो गया.उन्होंने इलाके में तटबंध बनाने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है.वहीं मामले में रामनगर तहसीलदार कुलदीप पांडे ने कहा कि वह क्षेत्र संवेदनशील क्षेत्र में आता है. उन्होंने कहा कि जल्द ही क्षेत्र में तटबंध बनाने को लेकर वन विभाग को कहा जाएगा. क्योंकि वह क्षेत्र वन विभाग के अंतर्गत आता है. उन्होंने कहा कि जल्द वन विभाग क्षेत्र में तटबंध बनाएगा. जिससे भूकटाव के खतरे को कम किया जाएगा.
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