अजमेर: जिले में झमाझम बारिश का दौर जारी है. शुक्रवार सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक 4 इंच बारिश हो चुकी है. वहीं, अभी भी रिमझिम बारिश हो रही है. बारिश से कई निचली बस्तियों में पानी भर गया है. आनासागर में भी पानी की अधिक आवक होने से तीन गेट खोले गए हैं. इसी तरह पुष्कर सरोवर के डूब क्षेत्र में बनी होटलों को भी खाली करवाया गया है. यहां 2 से 3 फिट पानी भर गया है. इधर, नसीराबाद में डाई नदी में किसान बह गया. वहीं, विजयनगर के लोरडी बांध की रपट में डूबने से दो लोगों की मौत हो गई. जिले के अधिकांश बांध और तालाब लबालब होकर छलक रहे हैं. वहीं, अजमेर जिले में 7 व 8 सितंबर को 12वीं तक के समस्त विद्यार्थियों के लिए अवकाश घोषित किया गया है.
अजमेर में शुक्रवार को मुसलाधार बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया. हालात यह है कि सुबह 8 बजे से लगातार बारिश का दौर जारी है. दोपहर 2 बजे तक अजमेर में 4 इंच बारिश हो चुकी थी. शहर की कई सड़के दरिया बन गई. कहीं निचली बस्तियों में पानी भर गया. पानी की निकासी नहीं होने के कारण कई क्षेत्रों में पानी घरों में घुस गया. इससे लोगों का घरेलू सामान बारिश के पानी से खराब हो गया. फॉयसागर रोड स्थित कई कॉलोनियां जलमग्न हो गई है, जहां रेस्क्यू करके लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है.
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इसी तरह सागर विहार कॉलोनी में 2 से 3 फीट पानी भर गया है. समीप ही साहू का कुआं क्षेत्र में भी लोगों के घरों में पानी घुस गया है. दरअसल फॉयसागर और आनासागर में तेजी से पानी की आवक हो रही है. इस कारण फॉयसागर पर 8 इंच की चादर चल रही है. इस कारण बांडी नदी भी उफान पर है. नदी क्षेत्र में बसी कॉलोनियों में नदी का पानी घुस गया है. इनमें डिफेंस कॉलोनी, हाथी खेड़ा, राज कॉलोनी, बोराज, काजीपुरा समेत एक दर्जन से अधिक कॉलोनियों में पानी भर गया है. फॉयसागर रोड पर आवागमन में काफी परेशानी का सामना लोगों को करना पड़ रहा है. इसी तरह चौपाटी से लेकर क्रिश्चियन गंज मंदिर तक भी आना सागर झील का पानी अपना दायरा लांघकर सड़क पर आ गया है. झील से लगातार पानी की निकासी आना सागर एस्केप चैनल में की जा रही है.
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एस्केप चैनल भी उफान पर : जल संसाधन विभाग में अधिशासी अधिकारी सत्येंद्र मीणा ने बताया कि आनासागर झील के तीन गेट खोले गए हैं. झील के पानी के लगातार हो रही निकासी से एस्केप चैनल भी उफान पर है. इधर नगर, गुलाब बड़ी, आम का तालाब, बिहारीगंज, सुभाष नगर की सड़कें दरिया बनी हुई है. वहीं, अजमेर उत्तर क्षेत्र में प्रताप नगर, लोहाखान, हरिजन बस्ती आदि क्षेत्र में नालों के उफान मारने से सड़के जलमग्न हो गई है. खास बात यह है कि अधिक बारिश के कारण सड़कों पर सीवरेज के चैंबर से भी पानी उफान मारता नजर आया.
उपखंड और ग्रामीण क्षेत्रों में भी जमकर बरसे मेघ : ग्रामीण क्षेत्र की बात करें तो नसीराबाद में भी जमकर बारिश हुई है. यहां डाई नदी उफान पर है. नदी में एक किसान के बहने की सूचना है. फिलहाल किसान को खोजने के प्रयास किए जा रहे हैं. इधर, ब्यावर जिले के विजयनगर क्षेत्र में लोरडी बांध की रपट में दो लोगों के बहने से मौत हो गई. दोनों के शव निकाल लिए गए हैं. शवों का पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों को सुपुर्द कर दिए गए हैं. मसूदा विधायक वीरेंद्र सिंह ने शौक संतृप्त परिवार के घर पहुंच कर उन्हें सांत्वना दी.
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पुष्कर के डूब क्षेत्र से होटलों को करवाया गया खाली : इधर पुष्कर में भी मूसलाधार बारिश हुई है. पुष्कर सरोवर के डूब क्षेत्र में बनी होटलों में पानी घुस आया है. स्थानीय प्रशासन ने डूब क्षेत्र में बनी करीब डेढ़ दर्जन से अधिक होटलों को खाली करवाया है. सरोवर में पानी की आवक फीडर से हो रही है. नाग पहाड़ी पर कई जगह झरने फूट पड़े हैं. पहाड़ों से आ रहे बरसाती नालों के कारण कई जगह से पुष्कर घाटी पर सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है.
किशनगढ़ में भी तालाब लबालब : किशनगढ़ क्षेत्र में भी तेज बारिश ने रोजमर्रा के कामकाज की गति को धीमा कर दिया है. किशनगढ़ के अराई क्षेत्र में तालाब लबालब हो गए हैं. क्षेत्र में कई रिहायशी जगहों पर पानी भर गया है. इसी तरह से रूपनगढ़, मदनगंज, किशनगढ़ में भी तेज बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है.
विद्यालयों में अवकाश घोषित : एडीएम सिटी गजेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि मौसम विभाग और अन्य अभिकरणों की ओर से अजमेर जिले के लिए अत्यधिक बारिश व बाढ़ की सम्भावना का अलर्ट जारी किया गया है. विद्यार्थियों को सम्भावित अनहोनी घटना से बचाने और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जिले के समस्त राजकीय और गैर राजकीय विद्यालयों के कक्षा प्रथम से 12वीं तक के समस्त विद्यार्थियों के लिए शनिवार 7 सितम्बर और रविवार 8 सितम्बर को पूरी तरह से अवकाश रहेगा. उन्होंने बताया कि यह अवकाश केवल विद्यार्थियों के लिए लागू होगा. विद्यालय के समस्त शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक स्टाफ की ओर से यथावत कार्य किया जाएगा. किसी संस्था प्रधान की ओर से आदेशों की अवहेलना कर विद्यालय संचालन करने पर सम्बन्धित के विरूद्ध आपदा प्रबन्धन नियम-2005 के प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.