अजमेर : जिले में फिर से बारिश का दौर शुरू हो चुका है. बुधवार देर शाम को ही बारिश के बाद गुरुवार को भी रिमझिम बारिश हो रही है. अजमेर में बुधवार शाम से अभी तक साढ़े तीन इंच बारिश हो चुकी है. अजमेर में आना सागर झील बारिश के पानी से लबालब हो चुकी है. अपना दायरा भी लांघ चुकी है. क्रिश्चियन गंज सड़क पर आनासागर झील का पानी भर गया है. हालांकि, झील के तीन चैनल गेट जल संसाधन विभाग ने खोल रखें है, लेकिन बांडी नदी का पानी भी लगातार आना सागर झील में आ रहा है. बारिश से कई निचली बस्तियों और सड़कों पर पानी भर गया है.
14 फिट के ऊपर झील में पानी : जलसंसाधन विभाग में अधिशासी अभियंता सत्येंद्र मीणा ने बताया कि आनासागर झील का जल स्तर कम करने के लिए बुधवार को 3 चैनल गेट खोले गए है. इससे पहले लगातार दो माह तक झील का पानी चैनल गेट खोलकर निकाला गया था. सावन में हुई अच्छी बारिश और झील के निकले जा रहे पानी ने खानपुरा का तालाब लबालब होने से आसपास के रिहायशी क्षेत्र में जलभराव होने की आशंका से झील के चैनल गेट बंद रखे गए थे. मीणा ने बताया कि आनासागर झील का पानी किशनगंज की और सड़क पर आ गया है. झील से लगातार निकल रहे पानी से झील का जल स्तर कम होगा. झील से लगातार निकल रहे पानी से झील का जल स्तर कम होगा. झील की भराव क्षमता 13 फीट है. फिलहाल 14 फिट के ऊपर झील में पानी है.
बुधवार से अगले चार दिन के लिए अजमेर समेत कई जिलों में मौसम विभाग की ओर से बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. अजमेर में विगत 8 दिन बाद बारिश बुधवार शाम से शुरू हुई है. यूं कहें कि भादो माह की यह पहली बारिश अजमेर में हुई है, जबकि सावन माह में हुई बारिश ने इस बार ज्यादातर बांध और तालाबों को भर दिया. भादो माह की शुरुआत में हुई बारिश से किसानों को फायदा है, लेकिन अति वृष्टि की आशंका से किसान भी चिंतित है. बुधवार देर शाम से अजमेर में सुबह 10 बजे तक साढ़े 3 इंच बारिश हो चुकी है.
मौसम विभाग से मिले अलर्ट के बाद प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ चुका है. बांध, तालाब, रपट और नाड़ियों के नजदीक नहीं जाने के लिए लोगों को कहा जा रहा है. फॉयसागर झील, पुष्कर झील, गोविंद गढ़ बांध और आनासागर झील, किशनगढ़ में गोंदेलावं झील लबालब हो चुके हैं, बल्कि इनसे ओवर फुल पानी बाहर जा रहा है. इसकी तरह जिले में 2 दर्जन के लगभग बांध तालाबों में जलस्तर बेहतर बना हुआ है. फिलहाल, बारिश से किसी भी तरह के नुकसान की खबर जिले के किसी हिस्से से नहीं आई है.
आनासागर झील ने लांघा दायरा : आनासागर झील में लगातार हो रही पानी की आवक की वजह से झील का स्तर अपनी भराव क्षमता को भी पार कर चुका है. इस बाद भी पानी की आवक बांडी नदी के माध्यम से बनी हुई है. यह नदी आनासागर झील के ओवर फूल पानी को आनासागर झील में लेकर आती है. पिछली बरसात में आनासागर झील भी लाबालब हो चुकी है और झील से ओवरफुल पानी बांडी नदी में आ रहा है.
जलसंसाधन विभाग में अधिशासी अभियंता सत्येंद्र मीणा ने बताया कि आनासागर झील का जल स्तर कम करने के लिए बुधवार को 3 चैनल गेट खोले गए हैं. इससे पहले लगातार दो माह तक झील का पानी चैनल गेट खोलकर निकाला गया था. सावन में हुई अच्छी बारिश और झील के निकले जा रहे पानी ने खानपुरा का तालाब लबालब होने से आसपास के रिहायशी क्षेत्र में जलभराव होने की आशंका से झील के चैनल गेट बंद रखे गए थे. मीणा ने बताया कि आनासागर झील का पानी किशनगंज की और सड़क पर आ गया है. झील से लगातार निकल रहे पानी से झील का जल स्तर कम होगा. झील से लगातार निकल रहे पानी से झील का जल स्तर कम होगा. झील की भराव क्षमता 13 फीट है फिलहाल 14 फीट के ऊपर झील में पानी है.