ETV Bharat / state

श्रीनगर के डांग ऐठाना जंगल में धधकी आग, 1 हेक्टेयर जंगल जलकर हुआ खाक - forest fire - FOREST FIRE

Forest fire in Dang Aithana forest of Srinagar उत्तराखंड में इन दिनों जंगलों में लगी आग की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. ताजा मामला श्रीनगर गढ़वाल से सामने आया है. यहां डांग ऐठाना के जंगलों में भीषण आग लग गई थी, जिस पर वन विभाग और फायर ब्रिगेड की टीम ने बड़ी मुश्किल से काबू पाया.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Apr 10, 2024, 11:39 AM IST

श्रीनगर: बीते एक हफ्ते में उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में जंगल धधक रहे हैं. वनाग्नि की घटनाओं पर काबू पाने में वन विभाग के भी पसीने छूट रहे हैं. ताजा मामला पौड़ी जिले के श्रीनगर क्षेत्र का है, जहां मंगलवार 9 अप्रैल शाम को अचानक जंगलों में आग लग गई थी. वन विभाग और फायर ब्रिगेड की टीम ने कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया.

उत्तराखंड में जैसे-जैसे गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू किए हैं, वैसे ही जंगलों में आग लगने की घटनाएं भी बढ़ती जा रही हैं. जंगलों में आग के तांडव को देखकर वन विभाग के भी होश उड़े हुए हैं. श्रीनगर में 9 अप्रैल को डांग ऐठाना में जंगल अचानक सुलगने लगे. कुछ ही देर में ये आग इतनी भयावह हो गई है कि उसने जंगल के करीब एक किमी के एरिया को अपनी चपेट में ले लिया.

स्थानीय लोगों ने तत्काल मामले की जानकारी वन विभाग को दी. वन विभाग की टीम ने मौके पर आग को काबू करने का प्रयास किया, लेकिन आग जंगल के बड़े क्षेत्र में फैल चुकी थी, जिस पर काबू पाना आसान नहीं था. इस कारण वन विभाग को फायर ब्रिगेड की मदद लेनी पड़ी. फायर ब्रिगेड की मदद से वन विभाग ने डांग ऐठाना के जंगलों में लगी आग पर काबू पाया.

श्रीनगर सिविल रेंज के वन क्षेत्राधिकारी आरके कुकरेती ने बताया कि आग पर देर रात काबू पाया जा चुका है. विभाग जंगल में लगी आग से हुए नुकसान का आकलन कर रहा है. जंगल में इतनी भयावह आग कैसे लगी, इसकी जांच की जा रही है. यदि ये आग किसी व्यक्ति ने लगाई है तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि उत्तराखंड में हर साल 15 फरवरी से लेकर 15 जून तक फायर सीजन माना जाता है. इस दौरान जंगलों में आग लगने की सबसे ज्यादा घटनाएं होती हैं. फायर सीजन में वनाग्नि पर काबू पाने के लिए वन विभाग हर साल बड़ी तैयारियां भी करता है, लेकिन धरातल पर उनका कोई असर नहीं दिखता है.

पढ़ें--

श्रीनगर: बीते एक हफ्ते में उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में जंगल धधक रहे हैं. वनाग्नि की घटनाओं पर काबू पाने में वन विभाग के भी पसीने छूट रहे हैं. ताजा मामला पौड़ी जिले के श्रीनगर क्षेत्र का है, जहां मंगलवार 9 अप्रैल शाम को अचानक जंगलों में आग लग गई थी. वन विभाग और फायर ब्रिगेड की टीम ने कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया.

उत्तराखंड में जैसे-जैसे गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू किए हैं, वैसे ही जंगलों में आग लगने की घटनाएं भी बढ़ती जा रही हैं. जंगलों में आग के तांडव को देखकर वन विभाग के भी होश उड़े हुए हैं. श्रीनगर में 9 अप्रैल को डांग ऐठाना में जंगल अचानक सुलगने लगे. कुछ ही देर में ये आग इतनी भयावह हो गई है कि उसने जंगल के करीब एक किमी के एरिया को अपनी चपेट में ले लिया.

स्थानीय लोगों ने तत्काल मामले की जानकारी वन विभाग को दी. वन विभाग की टीम ने मौके पर आग को काबू करने का प्रयास किया, लेकिन आग जंगल के बड़े क्षेत्र में फैल चुकी थी, जिस पर काबू पाना आसान नहीं था. इस कारण वन विभाग को फायर ब्रिगेड की मदद लेनी पड़ी. फायर ब्रिगेड की मदद से वन विभाग ने डांग ऐठाना के जंगलों में लगी आग पर काबू पाया.

श्रीनगर सिविल रेंज के वन क्षेत्राधिकारी आरके कुकरेती ने बताया कि आग पर देर रात काबू पाया जा चुका है. विभाग जंगल में लगी आग से हुए नुकसान का आकलन कर रहा है. जंगल में इतनी भयावह आग कैसे लगी, इसकी जांच की जा रही है. यदि ये आग किसी व्यक्ति ने लगाई है तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि उत्तराखंड में हर साल 15 फरवरी से लेकर 15 जून तक फायर सीजन माना जाता है. इस दौरान जंगलों में आग लगने की सबसे ज्यादा घटनाएं होती हैं. फायर सीजन में वनाग्नि पर काबू पाने के लिए वन विभाग हर साल बड़ी तैयारियां भी करता है, लेकिन धरातल पर उनका कोई असर नहीं दिखता है.

पढ़ें--

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.