आगरा : हार्टरोगियों के लिए अच्छी खबर है. मरीजों को अब सर्जरी कराने के लिए दिल्ली, जयपुर या लखनऊ की दौड़ नहीं लगानी होगी. अगले माह से आगरा के सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज (एसएनएमसी) की सुपर स्पेशियलिटी (एसएस) विंग में हृदय रोगियों की लखनऊ केजीएमयू की तर्ज पर सस्ती दर पर एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी के साथ ही हार्ट की सर्जरी होगी. इतना ही नहीं एसएस विंग के वार्ड में भर्ती मरीज का बेड चार्ज 250 रुपये, आईसीयू में बेड चार्ज महज 1000 रुपये है. विंग में नीदरलैंड से 12 करोड़ रुपये से आए कैथ लैब के उपकरण लगाए जा रहे हैं. इससे सितंबर माह में एसएस विंग की मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर (ओटी) में हार्ट सर्जरी होने की संभावना है.
बता दें कि, एसएन मेडिकल कॉलेज में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना से सन् 2019 में 8 मंजिला सुपर स्पेशियलिटी (एसएस) विंग का काम शुरू किया गया था, जो करीब 200 करोड़ की लागत से 2023 में बनकर तैयार हो गई. इसके बाद जुलाई 2023 में एसएस विंग में ओपीडी शुरू की गई. एसएस विंग की आठ मंजिला बिल्डिंग में हार्ट सर्जरी के लिए माड्यूलर ओटी भी तैयार हुई है. अभी तक एसएस विंग में कैथ लैब स्थापित नहीं होने से हार्ट के मरीजों की एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी और हार्ट सर्जरी नहीं हो पा रही थी.
मेडिकल काॅलेज में सुविधाओं का चार्ज | |
सुविधा का नाम | चार्ज रुपये में |
डबल वॉल्व रिप्लेसमेंट | 8500 रुपये |
सिंगल वॉल्व रिप्लेसमेंट | 8000 रुपये |
ओपन हार्ट सर्जरी एएसडी | 8000 रुपये |
कोरोनरी आर्टी बाईपास ग्राफ्टिंग | 8000 रुपये |
एंजियोप्लास्टी | 3300 रुपये |
एंजियोग्राफी | 1600 रुपये |
आइसीयू वार्ड में बेड चार्ज | 1000 रुपये |
सामान्य वार्ड में बेड चार्ज | 250 रुपये |
केजीएमयू लखनऊ की तरह ही नॉमिनल चार्ज : एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि कार्यदायी संस्था एचएलएल इन्फ्राटेक सर्विसेज ने 12 करोड़ की कीमत के नीदरलैंड से कैथ लैब के उपकरण मंगाए हैं, जिन्हें अब सुपर स्पेशियलिटी विंग में स्थापित किया जा रहा है. एसएनएमसी की सुपर स्पेशियलिटी विंग में हार्ट के मरीजों को एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी के साथ ही पेसमेकर, हार्ट सर्जरी की सुविधा भी मिलने लगेगी. यहां पर केजीएमयू लखनऊ की तरह ही नॉमिनल चार्ज तय किए गए हैं. जिससे हर मरीज यहां की सुविधाओं का उपयोग कर सके.
एक नजर एसएस विंग पर |
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ओपीडी में पहुंच रहे 55 से 60 मरीज : एसएनएमसी की एसएस विंग में तैनात हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बसंत गुप्ता बताते हैं कि अभी तक एसएस विंग में हार्ट की ओपीडी मंगलवार, बृहस्पतिवार और शनिवार को होती थी, जिसमें औसतन रोजाना 50-60 मरीज आते हैं. इनमें से करीब दस मरीज ऐसे होते थे. जिनकी एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी करने के साथ ही पेसमेकर लगाने की जरूरत होती है. अब ओपीडी भी हर दिन होगी. इसके साथ ही कैथ लैब शुरू होने से हृदय रोगियों को बड़ी राहत मिलेगी.
ये सुविधाएं जल्द होंगी शुरू : उन्होंने बताया कि एसएनएमसी की सुपर स्पेशियलिटी विंग में सितंबर माह में चार ऑपरेशन थिएटर शुरू हो जाएंगे. जिससे एंडोक्राइन सर्जरी, एंडोक्रिनोलॉजी, पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन, पीडियाट्रिक सर्जरी, मेडिकल ऑकोलॉजी, रुमेटोलॉजी, सर्जिकल ओंकोलॉजी, गेस्ट्रोसर्जरी, यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, नेफ्रोलॉजी, गेस्ट्रो मेडिसिन और सीटीवीएस की भी सुविधा मरीजों को मिलने लगेगी.
ये मिलेंगी सुविधाएं : उन्होंने बताया कि सुपर स्पेशियलिटी विंग में पांच ओटी, हार्ट सर्जरी, कैंसर सर्जरी, न्यूरोसर्जरी, पेट और मूत्राशय से जुड़ी 20 से 25 सर्जरी के साथ ही इस विंग में हर दिन तीन से चार एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी भी की जाएंगी.
यहां पर 35 सुपर स्पेशियलिस्ट की तैनाती : उन्होंने बताया कि एसएनएमसी की सुपर स्पेशियलिटी विंग में न्यूरोलाजी, मेडिकल गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी, गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, कॉर्डियोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, यूरोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी, कैंसर सर्जरी की जाएगी. जिसके लिए 35 सुपर स्पेशियलिस्ट डीएम और एमसीएच की सुपर स्पेशियलिटी विंग में तैनाती की गई है. एसएस विंग की फार्मेसी से लागत मूल्य पर स्टेंट उपलब्ध कराए जाएंगे. चार ओटी और तैयार हो रही हैं. इसके बाद कैंसर, गेस्ट्रो सहित अन्य सर्जरी एसएस विंग में होने लगेगी.
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