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ज्ञानवापी के अलग-अलग मामलों की शुक्रवार को हुई सुनवाई, नए जज संजीव पांडेय की कोर्ट में हियरिंग, अगली तारीख 3 मई - Hearing of Gyanvapi cases today - HEARING OF GYANVAPI CASES TODAY

ज्ञानवापी केस में शुक्रवार को अलग-अलग कई मामलों की सुनवाई कोर्ट में हुई. जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश के रिटायर्ड होने के बाद से सुनवाई आगे नहीं बढ़ पा रही थी. काफी लंबे समय के बाद जिला न्यायालय में सुनवाई शुरु हुई. नवनियुक्त जिला जज संजीव पांडेय ने पहली बार इस केस की सुनवाई की.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Apr 19, 2024, 9:11 AM IST

Updated : Apr 19, 2024, 4:39 PM IST

वाराणसी: ज्ञानवापी मामले में शुक्रवार को लंबे वक्त के बाद जिला जज न्यायालय में सुनवाई हुई. 31 जनवरी को जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश के रिटायर्ड होने के बाद कुछ दिन पहले नए जिला जज के रूप में संजीव पांडेय की नियुक्ति हुई है. उन्होंने आज ज्ञानवापी मामले में सुनवाई की. दो अलग-अलग प्रकरण पर सुनवाई आगे बढ़ाई गई . जिसमें आपत्ति आमंत्रित की गई है.

जनपद न्यायाधीश की कोर्ट में ज्ञानवापी प्रकरण से संबंधित, पांच वादी महिलाओं के केस के साथ समेकित आठ मुकदमों के साथ ही मूल वाद आईडल स्वयंभू लार्ड विशेश्वर को भी क्लब कर दिया गया. सभी मुकदमों का एक साथ ट्रायल जिला जज की कोर्ट में किए जाने पर सुनवाई आगे बढ़ी. साथ ही हिन्दू पक्ष की ओर से ज्ञानवापी के बंद तहखानों का भी एएसआई सर्वे कराने की मांग की गई है. इस संदर्भ में भी सुनवाई होने के अलावा व्यास जी के तहखाना की मरम्मत किए जाने के संदर्भ में भी सुनवाई हुई. जिस पर आपत्ति मांगी गई है. अब इस मामले में अगली सुनवाई 3 मई को होगी .

बता दें कि ज्ञानवापी में बंद तहखानों के सर्वे की मांग को लेकर दाखिल मुकदमे के साथ साथ तहखाना की मरम्मत को लेकर दायर किए गए एप्लीकेशन पर भी सुनवाई हुई. वाराणसी के जिला एवं सत्र न्यायालय में जिला जज की अदालत में लगातार 100 दिन से यह सुनवाई चल रही है. हाईकोर्ट की तरफ से तैनाती के बाद नवनियुक्त जिला जज ने शुक्रवार को पहली बार इस केस को सुना. इसके बाद ज्ञानवापी के बाकी समेकित 8 केस की पत्रावली में भी आगे कार्रवाई हुई.

ज्ञानवापी परिसर में बंद तहखानों के सर्वे की मांग को लेकर दाखिल मुकदमे और मां श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन पूजन की मांग की गई है. वादी राखी सिंह की तरफ से दाखिल याचिका में सभी बंद तहखानों के सर्वे की डिमांड की गई है. मस्जिद पक्ष में 28 फरवरी को आपत्ति दाखिल की गई थी. इसके अलावा जिला जज व्यास जी के तहखाना की मरम्मत की मांग को लेकर भी सुनवाई हुई.

वादी राखी सिंह के अधिवक्ता की तरफ से कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. जिसमें तहखानों को खोलने और इन सभी तहखानों के सी सर्वे करने की मांग की गई थी. याचिका में बंद तहखानों का नक्शा भी लगाया गया है, गुप्त तहखाना जो अंदर मौजूद हैं. उनका भी सर्वे करने की डिमांड की जा चुकी है. राखी सिंह का कहना है, कि सच उजागर होना चाहिए कि अंदर क्या चीज मौजूद है. अभी आधे एएसआई सर्वे में ही बहुत से तथ्य सामने आ गए हैं. पूरा सर्वे तो बहुत से राज खोल देगा. इसलिए, इन सभी तहखानों की सर्वे की मांग की गई है.

इसे भी पढ़े-ज्ञानवापी से जुड़े 2 मामलों की जिला जज न्यायालय में अब 19 अप्रैल को होगी सुनवाई - Gyanvapi Case

वहीं, विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी की तरफ से भी आवेदन विचाराधीन है. जिस पर अंदर व्यास जी के तहखाना में हो रही पूजा पाठ के दौरान पुजारियों के ऊपर खतरा मंडराने की बात कही गई है. तहखाना कमजोर और जर्जर होने की वजह से पुजारी को डरकर पूजा करना पड़ रहा है. इसके अलावा राखी सिंह की तरफ से व्यास जी के तहखाना की छत पर मुस्लिम समुदाय के प्रवेश को रोकने की भी मांग की गई है. जिस पर भी सुनवाई हुई.

बता दें, कि 31 जनवरी 2024 को जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश के रिटायर्ड होने के बाद से सुनवाई आगे नहीं बढ़ पा रही थी. हर तिथि को खाली डेट पर डेट ही मिल रही थी. जिसके बाद पिछले दिनों वाराणसी में नए जिला अध्यक्ष की नियुक्ति की गई है. माना जा रहा है कि अब सुनवाई में रफ्तार देखने को मिलेगी.

यह भी पढ़े-चैत्र नवरात्र में एक दिन के लिए खुला माता श्रृंगार गौरी का दरबार, भक्त बोले- ज्ञानवापी में नियमित हो मां का पूजन - Gyanvapi Case

वाराणसी: ज्ञानवापी मामले में शुक्रवार को लंबे वक्त के बाद जिला जज न्यायालय में सुनवाई हुई. 31 जनवरी को जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश के रिटायर्ड होने के बाद कुछ दिन पहले नए जिला जज के रूप में संजीव पांडेय की नियुक्ति हुई है. उन्होंने आज ज्ञानवापी मामले में सुनवाई की. दो अलग-अलग प्रकरण पर सुनवाई आगे बढ़ाई गई . जिसमें आपत्ति आमंत्रित की गई है.

जनपद न्यायाधीश की कोर्ट में ज्ञानवापी प्रकरण से संबंधित, पांच वादी महिलाओं के केस के साथ समेकित आठ मुकदमों के साथ ही मूल वाद आईडल स्वयंभू लार्ड विशेश्वर को भी क्लब कर दिया गया. सभी मुकदमों का एक साथ ट्रायल जिला जज की कोर्ट में किए जाने पर सुनवाई आगे बढ़ी. साथ ही हिन्दू पक्ष की ओर से ज्ञानवापी के बंद तहखानों का भी एएसआई सर्वे कराने की मांग की गई है. इस संदर्भ में भी सुनवाई होने के अलावा व्यास जी के तहखाना की मरम्मत किए जाने के संदर्भ में भी सुनवाई हुई. जिस पर आपत्ति मांगी गई है. अब इस मामले में अगली सुनवाई 3 मई को होगी .

बता दें कि ज्ञानवापी में बंद तहखानों के सर्वे की मांग को लेकर दाखिल मुकदमे के साथ साथ तहखाना की मरम्मत को लेकर दायर किए गए एप्लीकेशन पर भी सुनवाई हुई. वाराणसी के जिला एवं सत्र न्यायालय में जिला जज की अदालत में लगातार 100 दिन से यह सुनवाई चल रही है. हाईकोर्ट की तरफ से तैनाती के बाद नवनियुक्त जिला जज ने शुक्रवार को पहली बार इस केस को सुना. इसके बाद ज्ञानवापी के बाकी समेकित 8 केस की पत्रावली में भी आगे कार्रवाई हुई.

ज्ञानवापी परिसर में बंद तहखानों के सर्वे की मांग को लेकर दाखिल मुकदमे और मां श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन पूजन की मांग की गई है. वादी राखी सिंह की तरफ से दाखिल याचिका में सभी बंद तहखानों के सर्वे की डिमांड की गई है. मस्जिद पक्ष में 28 फरवरी को आपत्ति दाखिल की गई थी. इसके अलावा जिला जज व्यास जी के तहखाना की मरम्मत की मांग को लेकर भी सुनवाई हुई.

वादी राखी सिंह के अधिवक्ता की तरफ से कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. जिसमें तहखानों को खोलने और इन सभी तहखानों के सी सर्वे करने की मांग की गई थी. याचिका में बंद तहखानों का नक्शा भी लगाया गया है, गुप्त तहखाना जो अंदर मौजूद हैं. उनका भी सर्वे करने की डिमांड की जा चुकी है. राखी सिंह का कहना है, कि सच उजागर होना चाहिए कि अंदर क्या चीज मौजूद है. अभी आधे एएसआई सर्वे में ही बहुत से तथ्य सामने आ गए हैं. पूरा सर्वे तो बहुत से राज खोल देगा. इसलिए, इन सभी तहखानों की सर्वे की मांग की गई है.

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वहीं, विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी की तरफ से भी आवेदन विचाराधीन है. जिस पर अंदर व्यास जी के तहखाना में हो रही पूजा पाठ के दौरान पुजारियों के ऊपर खतरा मंडराने की बात कही गई है. तहखाना कमजोर और जर्जर होने की वजह से पुजारी को डरकर पूजा करना पड़ रहा है. इसके अलावा राखी सिंह की तरफ से व्यास जी के तहखाना की छत पर मुस्लिम समुदाय के प्रवेश को रोकने की भी मांग की गई है. जिस पर भी सुनवाई हुई.

बता दें, कि 31 जनवरी 2024 को जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश के रिटायर्ड होने के बाद से सुनवाई आगे नहीं बढ़ पा रही थी. हर तिथि को खाली डेट पर डेट ही मिल रही थी. जिसके बाद पिछले दिनों वाराणसी में नए जिला अध्यक्ष की नियुक्ति की गई है. माना जा रहा है कि अब सुनवाई में रफ्तार देखने को मिलेगी.

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Last Updated : Apr 19, 2024, 4:39 PM IST
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