गरियाबंद: स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल गुरुवार को गरियाबंद के दौरे पर रहे. स्वास्थ्य मंत्री ने प्रभावित किडनी मरीजों और उनके परिवार वालों से बात की. बातचीत के दौरान स्वास्थ्य मंत्री और उनके साथ आई टीम ने ये जानने की कोशिश की कि आखिर कैसे ये बीमारी फैल रही है. इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने ये ऐलान भी किया कि जल्द ही सुपेबेड़ा में ही किडनी के मरीजों को डायलिसिस की सुविधा दी जाएगी. इसके लिए गरियाबंद जिले में किडनी फाउंडेशन की स्थापना की जाएगी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि किडनी मरीजों की मदद के लिए WHO की टीम भी रिसर्ज के जरिए मदद करेगी.
किडनी मरीजों के लिए स्वास्थ्य मंत्री का बड़ा ऐलान: गरियाबंद में किडनी फाउंडेशन की स्थापना के साथ साथ दो नेफ्रोलॉजिस्ट और पांच डॉक्टरों की टीम भी यहां नियुक्त की जााएगी. गंभीर स्थिति में डाक्टरों की ये टीम मरीज को बेहतर से बेहतर इलाज और सुविधाएं मुहैया कराएगी. साथ ही तीन एंबुलेंस भी सुपेबेड़ा में तैनात की जाएगी जो मरीजों को वक्त पड़ने पर इलाज के लिए दूसरी जगहों पर शिफ्ट करेगी.
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सुपेबेडा की समस्या को लेकर चिंतित हैं. मरीजों को बेहतर इलाज और सुविधाएं मिले इसकी व्यवस्था करने के निर्दश दिये हैं. अगले बजट में 200 बेड के अस्पताल की स्वीकृति गरियाबंद जिले में दिलाने की बात भी सीएम ने कही है. - श्याम बिहारी जायसवाल, स्वास्थ्य मंत्री
बजट में 200 बिस्तरों वाले अस्पताल को मिल सकती है मंजूरी: स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के सुपेबेड़ा दौरे पर उनके साथ राजिम विधायक रोहित साहू भी मौजूद रहे. इस मौके पर गरियाबंद जिला मुख्यालय में बनाए गए स्पेशल किडनी वार्ड का शुभारंभ भी किया गया. टीम ने मरीजों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए डायलिसिसि की सुविधा यहां पर उपलब्ध कराई जाएगी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दो नेफ्रोलॉजिस्ट और पांच डॉक्टरों की टीम अस्पताल में रहेगी. किडनी स्पेसलिस्ट दो दिन गरियाबंद, दो दिन देवभोग और दो दिन सुपेबेड़ा में ड्यूटी देंगे. गरियाबंद और सुपेबेड़ा में तीन एंबुलेंस मरीजों के लिए मौजूद रहेंगे.
सुपेबेड़ा का इतिहास
- सुपेबेड़ा गांव को किडनी गांव के नाम से भी पुकारा जाता है.
- अबतक 100 से ज्यादा किडनी मरीजों की हो चुकी है यहां मौत.
- सुपेबेड़ा पर दशकों से चल रही है बीजेपी कांग्रेस के बीच सियासत.
- सुपेबेड़ा में पानी के चलते किडनी के मरीज बन रहे लोग.
- तेल नदी का पानी सुपेबेड़ा में पहुंचाने की चल रही तैयारी
- बजट सत्र में 200 बिस्तरों वाले बेड का अस्पताल खोलने पर मिल सकती है मंजूरी.