जोधपुर: प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर का कहना है कि हमने जनता को ऑप्शन दे रखा है कि वे सरकारी अस्पताल या प्राइवेट अस्पताल में जा सकते हैं. जहां आपको अच्छी सेवाएं लगें, वो ले सकते हैं. उनको सरकारी अस्पताल में होने वाली लापरवाही से मुक्ति भी मिल जाएगी. स्वास्थ्य मंत्री के बयान ने सरकारी अस्पतालों की सेवाओं पर ही सवालिया निशान लगा दिया है. खींवसर रविवार को जोधपुर दौरे पर थे.
वे पूर्व विधायक सूर्यकांता व्यास के निधन पर उनके घर दुख व्यक्त करने आए थे. यहां मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने जोधपुर के सरकारी अस्पताल में हाल ही एक महिला मरीज की जलने से हुई मौत के सवाल पर कहा कि ऐसे मामलों पर हम कड़ी कार्रवाई करते हैं. लेकिन हम तो आपको अपनी पसंद का डॉक्टर अपनी पसंद का अस्पताल का विकल्प योजना के तहत दे रहे हैं. इससे लापरवाही से मुक्ति भी दे रहे हैं. जब आपके पास सरकारी और निजी अस्पताल के बीच चॉइस मिलेगी. जहां अच्छी सेवा और जहां एफिशिएंट डॉक्टर हों, वहां उपचार करवाएंगे. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत पोर्टेबिलिटी शुरू होने के बाद मरीज के अपनी पसंद की जगह पर इलाज करवाने का सपना साकार हो सकेगा. अन्य प्रदेश के मरीज भी राजस्थान आकर निजी अस्पताल में उपचार करवा सकेंगे.
मैन पावर की कमी है, मार्च तक भर्ती होगी: खींवसर ने कहा कि हमारे पास सरकारी सिस्टम में मशीन है, इक्विपमेंट हैं, लेकिन ऑपरेटर नहीं हैं. हमारी भर्ती प्रक्रिया चल रही है. मार्च तक पूरी होने के बाद काफी व्यवस्था में सुधार आएगा. उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा कैबिनेट में प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के लिए लिए गए प्रस्ताव को सराहा. उन्होंने कहा कि हमारा अभी फोकस राइजिंग राजस्थान पर है. जिससे प्रदेश के हर जिले में उद्योग लगे सकें, जिसका फायदा राज्य और जनता को होगा.