हजारीबागः स्वास्थ्य विभाग ने आइडियल पैथोलॉजी के अल्ट्रासाउंड यूनिट को सील कर दिया है. दरअसल सिविल सर्जन कार्यालय के दस्तावेज में आइडियल पैथोलॉजी के अल्ट्रासाउंड के लिए रेडियोलॉजिस्ट के रूप में डॉ. इश्तियाक का नाम रजिस्टर्ड है. डॉक्टर इश्तियाक को झारखंड एटीएस ने रांची से अलकायदा इन इंडियन सब-कांटिनेंट (एक्यूआईएस) के संदिग्ध आतंकी के रूप में पकड़ा है. डॉक्टर इश्तियाक हजारीबाग आइडियल पैथोलॉजी प्रत्येक दिन रविवार को छोड़कर आता था. दोपहर के 12:00 से 3:30 तक काम करने के बाद वह वापस रांची लौट जाता था. 5 दिसंबर 2022 उसका आना-जाना लगातार बना हुआ था.
हजारीबाग स्वास्थ्य विभाग को जानकारी मिली थी कि दो स्वास्थ्य कर्मी जो मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में सेवा दे रहे हैं, वे डॉक्टर इश्तियाक का नाम बदलकर दूसरे डॉक्टर का नाम एंट्री करने की फिराक में हैं. जो मेडिकल कॉलेज के आरसीएच और एआरटी में वर्तमान में भी सेवा दे रहे हैं. यह भी जानकारी मिल रही है कि जो कर्मी नाम हटाने के फिराक में थे उनकी ही पैरवी से डॉक्टर इश्तियाक को लाइसेंस निर्गत किया गया था. इससे यह स्पष्ट होता है कि आइडियल पैथोलॉजी के संचालक का पहले से ही इन दो कर्मियों से संदिग्ध आतंकवादी डॉक्टर इश्तियाक से संबंध था.
जैसे ही फाइल में छेड़छाड़ की सूचना हजारीबाग के सिविल सर्जन डॉ एसपी सिंह को मिली तो उन्होंने अल्ट्रासाउंड को सील करने का आदेश जारी कर दिया. आनन-फानन में आइडियल पैथोलॉजी के अल्ट्रासाउंड यूनिट को सील कर दिया गया है. इस कार्रवाई में दारू अंचल के पदाधिकारी सह कार्यपालक दंडाधिकारी नवीन भूषण कुल्लू की उपस्थिति में डॉक्टर सुभाष प्रसाद और डॉक्टर राहुल कुमार ने यूनिट को सील कर दिया.
अलकायदा इन इंडियन सब-कॉन्टिनेंट के संदिग्ध आतंकी डॉक्टर इश्तियाक की गिरफ्तारी के बाद एक बड़ा मॉड्यूल का खुलासा होने की बात भी कही जा रही है. एनआईए इस मामले को लेकर जांच भी कर रही है. हजारीबाग से संदिग्ध फैजान अहमद भी गिरफ्त में है. जिससे इस वक्त दिल्ली में पूछताछ की जा रही है. फैजान अहमद से डॉक्टर इश्तियाक के अच्छे संबंध थे. हजारीबाग में कई बार दोनों की मुलाकात भी हुई है. यह भी बताया जाता है कि हजारीबाग में एक बड़ा स्लीपर सेल तैयार किया जा रहा था जिसमें इन दोनों की अहम भूमिका थी.
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