Curry Leaves Control cholesterol: मीठा नीम , करी पत्ता जैसे कई नामों से इसकी पहचान होती है. इसकी पत्तियां गुणों से भरपूर हैं. स्वाद में भले ही नीम से थोड़ी कम कड़वी है लेकिन इससे होने वाले लाभ अमृत के समान हैं. मीठी नीम को एंटीबायोटिक तत्वों से भरपूर माना जाता है और कई प्रकार के रोगों के उपचार में यह रामबाण औषधी का काम करती है. साथ ही इसकी खुशबू खाने के स्वाद को दोगुना कर देती है. महज इसकी पत्तियों की चटनी मात्र खा लेने से सेहत को कितना लाभ होगा, यह जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे. ऐसे ही मीठी नीम कई प्रकार से हमारी सेहत के लिए लाभदायक है. मीठी नीम के बारे में जानते हैं आयुर्वेद डॉक्टर अंकित नामदेव से.
फैट बर्न कर आंखों की रोशनी बढ़ाएं मीठी नीम
मीठी नीम में ल्यूटिन के साथ ही जेक्सैंथिन प्रचूर मात्रा में मिलता है. इससे आई साइट बढ़ती है और आखों के आस पास के मसल्स यानि की मांसपेशियों को नैचुरल थेरेपी मिलती है. ऐसे में आंखों की रोशनी बढ़ाने में कड़ी पत्ता सबसे ज्यादा फायदेमंद है. इसकी पत्तियों का रेगुलर कंजम्पशन कई बीमारियों से भी नैचुरली बचाता है. इसके अलावा आंखों के आस पास के साथ ही बॉडी में यह फैट बर्न करता है.
बिना एक्सरसाइज 1 महीने से भी कम समय में वेट करें लूज
अगर एक महीने में बिना एक्सरसाइज वजन को घटाना है तो कड़ी पत्ता से बेहतर और नैचुरल कोई उपाय नहीं हो सकता. इससे शरीर में शुगर कंट्रोल होने के साथ ही कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित किया जा सकता है. इसके लिए हर दिन आपको कम से कम 6 पतियों का कंजम्पशन करना होगा. खाली पेट मॉर्निग में 4 तुलसी लीव्स के साथ इसे मिलाकर खाएं. यूं तो हरे रंग की तुलसी काफी कारगर होती है मगर रेड तुलसी भी मिल जाए तो सोने पर सुहागा हो जाता है. इससे वजन तेजी से घटता है बशर्ते आप अपने खान पान को इसके साथ ही नियंत्रित रखें.
मेटाबॉलिक बूस्टर है मीठी नीम
आयुर्वेद डॉक्टर अंकित नामदेव बताते हैं कि "मीठी नीम को संस्कृत में कैडर्य बोलते हैं और इसका दवाई के रूप में इस्तेमाल लंबे समय से होता आ रहा है. मीठी नीम की बात की जाए तो लोग इसको केवल सुगंध और स्वाद के लिए उपयोग करते हैं, लेकिन इसका मेडिसिनल लाभ जानने के बाद लोग इसका हर दिन भी उपयोग कर सकते हैं. मेडिसिनल बेनिफिट की बात करें तो मीठी नीम मेटाबॉलिक बूस्टर होती है. इसके उपयोग से यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है साथ ही मेटाबॉलिज्म के बढ़ने से जो भी मेटाबॉलिक डिजीज होती है जैसे मोटापा हो गया हृदय विकार हो गया, डायबिटीज हो गया अन्य मेटाबॉलिक डिजीज में इसका बहुत अच्छे से उपयोग किया जा सकता है."
पेट के लिए रामबाण औषधि
आयुर्वेद डॉक्टर अंकित नामदेव कहते हैं कि "मीठी नीम पेट की समस्याओं के लिए रामबाण औषधि है. कई प्रकार की आयुर्वेद दवाईयों के बनाने में इसका उपयोग किया जाता है. इसकी पत्तियों का पेस्ट यानि चटनी बनाकर अगर रोज खाया जाए तो पेट संबंधी रोग जैसे कि गैस बनना, खाने के बाद पेट फूलना, पाचन तंत्र बिगड़ा होने में काफी फायदेमंद होता है. इसके प्रतिदिन के प्रयोग से ब्लड शुगर लेवल और रक्त शर्करा नियंत्रित रहती है साथ ही लीवर का फंक्शन सुचारू रूप से चलता है."
रक्त की अशुद्धियों को दूर करने में कारगर
आयुर्वेद डॉक्टर बताते हैं कि "मीठी नीम की पत्तियों का मेटाबॉलिक डिसऑर्डर में बहुत ज्यादा उपयोग किया जाता है और इसकी पत्तियों को रोज खाने से रक्त की अशुद्धियां दूर होती हैं. कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर जैसी सारी अशुद्धियां इसके नियमित इस्तेमाल से दूर हो जाती हैं.
ये भी पढ़ें: |
स्किन और बालों के लिए भी गुणकारी
मीठी नीम स्किन के लिए बहुत अच्छा होता है, इसके नित्य सेवन से स्किन में ग्लो बना रहता है और इसके पेस्ट से बालों को भी धुला जा सकता है. बहुत से हेयर ऑयल में इसका उपयोग प्रचुरता से किया जाता है. इसको बारीक पीसकर इससे निकले पानी को छाने लें और फिर इस पानी से यदि आप अपने बालों को धोएंगे तो डैंड्रफ और इची स्कैल्प में यह काफी फायदेमंद होता है.