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बच्चों को जबरन उर्दू पढ़ाने वाले शिक्षक के स्कूल के कागज भी उर्दू में मिले; निलंबित - मिर्जापुर ताजी न्यूज

बच्चों को जबरन उर्दू पढ़ाने पर प्रधानाध्यापक को बीएसए ने निलंबित कर दिया. चलिए जानते हैं पूरे मामले के बारे में.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Mar 6, 2024, 10:43 AM IST

मिर्जापुर : सरकारी स्कूल में मुस्लिम शिक्षक द्वारा जबरन बच्चों को दी जा रही उर्दू शिक्षा के मामले में बीएसए ने बड़ी कार्रवाई की है.जांच रिपोर्ट आने के बाद बीएसए ने प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है. बच्चों ने उर्दू पढ़ाये जाने का आरोप लगाया था जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. खंड शिक्षा अधिकारी की जांच रिपोर्ट आने के बाद बीएसए ने कार्रवाई की है.जांच में उर्दू भाषा में विद्यालय के अभिलेख भी लिखे पाए गए है.हलिया विकास खंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय महुगढ़ का यह मामला है.

मिर्जापुर जनपद के एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय में मुस्लिम शिक्षक के द्वारा बच्चों को उर्दू जबरदस्ती पढ़ाये जाने के मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बड़ी कार्रवाई की है.खंड शिक्षा अधिकारी की जांच रिपोर्ट आने के बाद प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है. पूरा मामला हलिया विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय महुगढ़ का है. जहां 2 मार्च को स्कूल के बच्चे लंच के दौरान क्रिकेट खेल रहे थे, गेंद विद्यालय के कार्यालय में गई गई थी. बताया गया कि इसके बाद हेड मास्टर माबूद अहमद(उर्दू अध्यापक) द्वारा बच्चों से बैट बाल छीनकर कार्यालय में रखवा लिया गया और बच्चों को पढ़ने के लिए कक्षा में भेज दिया गया. कुछ देर बाद कक्षा -5 के एक छात्र पुनः बैट बाल कार्यालय से निकाल कर विद्यालय परिसर में खेलने लगा, इसी बात से नाराज अध्यापक माबूद अहमद बच्चे को दो थप्पड़ मार कर वापस क्लास में भेज दिया .

बच्चा नाराज होकर घर चला गया था और अपने माता-पिता से शिकायत की थी. विद्यालय में आये छात्र के माता पिता और शिक्षक में कहासुनी हुई. इस दौरान विद्यालय में पढ़ रहे छात्रों ने प्रधानाध्यापक के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था.बच्चे के परिजन द्वारा आरोप लगाया गया कि विद्यालय में जबरदस्ती बच्चों को उर्दू पढ़ाई जाती है. हलिया थाने में अभिभावक दया शंकर ने 3 मार्च को शिकायत दर्ज कराई थी.

बीएसए अनिल कुमार वर्मा ने छानबे खंड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार को इस मामले की जांच सौंपी. खंड शिक्षा अधिकारी की जांच रिपोर्ट में प्रथम दृष्टिया प्रधानाध्यापक दोषी पाए गए. छात्रों अभिभावकों के आरोप के साथ ही शिक्षक के द्वारा विद्यालय के अभिलेखों को भी उर्दू में लिखा पाया गया. इसको लेकर बीएसए ने पांच मार्च को यह कार्रवाई की है.

बीएसए अनिल कुमार वर्मा ने बताया की परिजनों और छात्रों ने विद्यालय के शिक्षक माबूद अहमद पर उर्दू जबरदस्ती पढ़ाई जाने का आरोप लगाया था. पूरे मामले को खंड शिक्षा अधिकारी छानबे को जांच सौपी गयी थी.जांच रिपोर्ट में प्रधानाध्यापक दोषी पाए गए हैं जिसके आधार पर निलंबित कर दिया गया है. जांच में यह पाया गया है कि विद्यालय के सभी अभिलेख उर्दू में लिखे पाए गए हैं इसके साथ ही बच्चों ने भी शिक्षक पर उर्दू पढ़ाये जाने का आरोप लगाया था निलंबित करते हुए शिक्षक के खिलाफ जांच बैठा दी गई है




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मिर्जापुर : सरकारी स्कूल में मुस्लिम शिक्षक द्वारा जबरन बच्चों को दी जा रही उर्दू शिक्षा के मामले में बीएसए ने बड़ी कार्रवाई की है.जांच रिपोर्ट आने के बाद बीएसए ने प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है. बच्चों ने उर्दू पढ़ाये जाने का आरोप लगाया था जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. खंड शिक्षा अधिकारी की जांच रिपोर्ट आने के बाद बीएसए ने कार्रवाई की है.जांच में उर्दू भाषा में विद्यालय के अभिलेख भी लिखे पाए गए है.हलिया विकास खंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय महुगढ़ का यह मामला है.

मिर्जापुर जनपद के एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय में मुस्लिम शिक्षक के द्वारा बच्चों को उर्दू जबरदस्ती पढ़ाये जाने के मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बड़ी कार्रवाई की है.खंड शिक्षा अधिकारी की जांच रिपोर्ट आने के बाद प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है. पूरा मामला हलिया विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय महुगढ़ का है. जहां 2 मार्च को स्कूल के बच्चे लंच के दौरान क्रिकेट खेल रहे थे, गेंद विद्यालय के कार्यालय में गई गई थी. बताया गया कि इसके बाद हेड मास्टर माबूद अहमद(उर्दू अध्यापक) द्वारा बच्चों से बैट बाल छीनकर कार्यालय में रखवा लिया गया और बच्चों को पढ़ने के लिए कक्षा में भेज दिया गया. कुछ देर बाद कक्षा -5 के एक छात्र पुनः बैट बाल कार्यालय से निकाल कर विद्यालय परिसर में खेलने लगा, इसी बात से नाराज अध्यापक माबूद अहमद बच्चे को दो थप्पड़ मार कर वापस क्लास में भेज दिया .

बच्चा नाराज होकर घर चला गया था और अपने माता-पिता से शिकायत की थी. विद्यालय में आये छात्र के माता पिता और शिक्षक में कहासुनी हुई. इस दौरान विद्यालय में पढ़ रहे छात्रों ने प्रधानाध्यापक के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था.बच्चे के परिजन द्वारा आरोप लगाया गया कि विद्यालय में जबरदस्ती बच्चों को उर्दू पढ़ाई जाती है. हलिया थाने में अभिभावक दया शंकर ने 3 मार्च को शिकायत दर्ज कराई थी.

बीएसए अनिल कुमार वर्मा ने छानबे खंड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार को इस मामले की जांच सौंपी. खंड शिक्षा अधिकारी की जांच रिपोर्ट में प्रथम दृष्टिया प्रधानाध्यापक दोषी पाए गए. छात्रों अभिभावकों के आरोप के साथ ही शिक्षक के द्वारा विद्यालय के अभिलेखों को भी उर्दू में लिखा पाया गया. इसको लेकर बीएसए ने पांच मार्च को यह कार्रवाई की है.

बीएसए अनिल कुमार वर्मा ने बताया की परिजनों और छात्रों ने विद्यालय के शिक्षक माबूद अहमद पर उर्दू जबरदस्ती पढ़ाई जाने का आरोप लगाया था. पूरे मामले को खंड शिक्षा अधिकारी छानबे को जांच सौपी गयी थी.जांच रिपोर्ट में प्रधानाध्यापक दोषी पाए गए हैं जिसके आधार पर निलंबित कर दिया गया है. जांच में यह पाया गया है कि विद्यालय के सभी अभिलेख उर्दू में लिखे पाए गए हैं इसके साथ ही बच्चों ने भी शिक्षक पर उर्दू पढ़ाये जाने का आरोप लगाया था निलंबित करते हुए शिक्षक के खिलाफ जांच बैठा दी गई है




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