नागौर : सदर थाने में सोमवार को 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़े गए हेड कांस्टेबल जालम सिंह को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा 2 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है. हेड कांस्टेबल जालम सिंह से पूछताछ की जा रही है.
हेड कांस्टेबल जालम सिंह सस्पेंड : जिला पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने बताया कि एसीबी मामले की जांच कर रही है. फिलहाल 80 हजार रुपए के साथ पकड़े गए हेड कांस्टेबल जालम सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा सदर थानाधिकारी अजय कुमार व रीडर महादेव टांडी को लाइन हाजिर कर दिया गया है. पुलिस अधीक्षक टोगस ने बताया कि हेड कांस्टेबल जालम सिंह को जिस मामले में राशि मिली, उसकी तफ्तीश सीआई अजय कुमार कर रहे थे.
थानाधिकारी और रीडर लाइन हाजिर : एसीबी ने भी मामले को लेकर सीआई व रीडर की भूमिका संदिग्ध पाई है, इसलिए मामला अनुसंधानाधीन है. इस कारण थानाधिकारी अजय कुमार और रीडर महादेव टांडी को लाइन हाजिर किया गया है. हालांकि, सीआई अजय कुमार की जगह किसी को सदर थानाधिकारी की कमान नहीं दी गई है. वहीं, एसीबी एएसपी कल्पना साेलंकी ने बताया कि हेड कांस्टेबल जालम सिंह से पूछताछ के आधार पर सीआई व रीडर की भूमिका की जांच की जा रही है.
ये है मामला : एसीबी ने परिवादी राधाकिशन विश्रोई की शिकायत पर कार्रवाई की थी. परिवादी का आरोप था कि हेड कांस्टेबल जालम सिंह ने परिवादी को दुष्कर्म के मामले में आरोपी नहीं बनाने की एवज में 2 लाख रुपए मांगे, फिर एक लाख में बात तय हुई. सोमवार को थाने के बाहर ही एक लाख रुपए देने के बाद परिवादी के निवेदन पर 20 हजार रुपए हेड कांस्टेबल ने वापस दे दिए. इसी दौरान एसीबी ने हेड कांस्टेबल को रिश्वत के साथ रंगे हाथ धर दबोचा.