सिरमौर: हिमाचल प्रदेश में एक हेड कांस्टेबल द्वारा पुलिस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए है. साथ ही हेड कांस्टेबल अब लापता है. जिसके बाद से पुलिस विभाग में खलबली मच गई है. मामला सिरमौर जिले का है. यहां कालाअंब पुलिस थाना में तैनात हेड कांस्टेबल जसबीर सैनी लापता है और उसने एक वीडियो बनाकर ऑन कैमरा पुलिस विभाग के शीर्ष अधिकारी पर प्रताड़ना का आरोप लगाने के दौरान इस्तीफा भी दिया है.
हेड कांस्टेबल के वायरल वीडियो से मचा हड़कंप
बता दें कि मंगलवार रात से हेड कांस्टेबल घर नहीं पहुंचा है. इसके बाद परिजनों ने अपने स्तर पर तलाश शुरू की. हर कोई उस समय हैरान रह गया, जब हेड कांस्टेबल के दो-तीन वीडियो सामने आए. वीडियो सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. हेड कांस्टेबल ने वायरल वीडियो में कहा कि उस पर एक मामूली केस में हत्या के प्रयास की धारा-307 लगाने का दबाव डाला जा रहा था. एसपी ने महज आधे घंटे में कार्यालय में हाजिर होने के निर्देश दिए. तेज रफ्तार में वो कालाअंब से नाहन पहुंचा था. इस दौरान रास्ते में दुर्घटना भी हो सकती थी. पांवटा साहिब के नवादा का रहने वाला हेड कांस्टेबल जसबीर सैनी करीब डेढ़ साल से कालाअंब में तैनात है.
हेड कांस्टेबल ने लगाए ये आरोप
मिली जानकारी के मुताबिक हेट कांस्टेबल जसबीर सैनी अपना फोन व कार कालाअंब में ही छोड़कर लापता हुआ है. तकरीबन 10 मिनट के वीडियो में मुख्य आरक्षी जसबीर सैनी ने सवाल उठाया कि 307 सेक्शन कैसे लगा सकते हैं. अफसर मुझ पर ये सेक्शन लगाने का दबाव डाल रहे थे. इसके विपरीत पीड़ित पक्ष पुलिस से सहयोग नहीं कर रहा था. वीडियो में जसबीर ने ये भी कहा कि मामूली मामले में वो कैसे आरोपियों को गिरफ्तार कर सकते थे. वीडियो के एक हिस्से में नम आंखों से मुख्य आरक्षी ने कहा कि वो भी किसी का बाप है, बेटा है.
एसपी सिरमौर ने बताया मामला
वहीं, दूसरी तरफ हेड कांस्टेबल के मामले में एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा ने कहा कि 8 जून को कालाअंब थाना में आईपीसी की धारा-341, 323, 147, 148 व 149 के तहत मामला दर्ज हुआ था. पंजाब की एक स्कॉर्पियो में सवार युवकों ने पास न देने को लेकर ट्रैक्टर चालक, उसके पिता व चाचा के साथ मारपीट की थी. एसपी ने कहा कि घटना की जांच की जिम्मेदारी मुख्य आरक्षी जसबीर को सौंपी गई थी, लेकिन स्थानीय शिकायतकर्ता मुख्य आरक्षी के अन्वेषण व व्यवहार से खुश नहीं थे.
हेड कांस्टेबल के लगाए आरोपों का किया खंडन
एसपी सिरमौर मीणा ने कहा कि फाइल की जांच के दौरान उच्च अधिकारियों ने अनियमितताएं पाई थी. मुख्य आरक्षी को नियमित रूप से कानून के मुताबिक जांच करने के आदेश दिए गए थे, लेकिन बिना किसी कारण मुख्य आरक्षी ने वीडियो सोशल मीडिया में वायरल किए हैं. इसमें वो पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों पर गैर जिम्मेदाराना व झूठे आरोप लगा रहा हैं. पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने सोशल मीडिया में वीडियो के माध्यम से लगाए गए आरोपों का खंडन भी किया है.