लोहाघाट: चंपावत जिले के लोहाघाट के डुंगरी निवासी सेना के हवलदार केडी जोशी का सड़क हादसे में निधन हो गया था. मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर लोहाघाट पहुंचा. बुधवार को अंतिम यात्रा पंचेश्वर घाट ले जाई गई. जहां उनका सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ निकली गई अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से विदाई दी.
13 मई को मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के पीलूखेड़ी में हवलदार केडी जोशी सेना का ट्रक और बस की भिड़ंत में घायल हो गए थे. गंभीर रूप से घायल होने के बाद राजगढ़ के अस्पताल में ही उनका उपचार चल रहा था, जहां उनकी मौत हो गई. हवलदार केडी जोशी मूल रूप से लोहाघाट ब्लॉक के डूंगरी दिगालीचौड़ के रहने वाले थे. 14 मई को उनका पार्थिव शरीर उनके आवास सेरीगैर लाया गया. 15 मई को लोहाघाट नगर के सैकड़ों लोग उनके आवास पहुंचे और शहीद के आवास से हथरंगीया तक पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ शहीद की अंतिम यात्रा निकाली गई.
जवान की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से भारत माता के लाल हवलदार केडी जोशी को विदा किया. शहीद को अंतिम सलामी देने के लिए पिथौरागढ़ से 12 कुमाऊं के जवान मौजूद रहे.
बताया जा रहा कि हवलदार केडी जोशी अग्निवीर जवानों को वाहन चलाने का प्रशिक्षण दे रहे थे. तभी सामने से आ रहे एक कार को बचाने के प्रयास में सामने से आ रही बस से सेना का वाहन टकरा गया. हादसे में उनके अलावा चार अग्निवीर सैनिकों की मौत हो गई थी. हवलदार केडी जोशी वर्ष 2005 में सेना में भर्ती हुए थे. वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ झांसी में रहते थे.
ये भी पढ़ेंः जम्मू-कश्मीर: पुंछ में भारतीय वायुसेना के काफिले पर आतंकी हमला, एक जवान की मौत