सोनीपत: 13 अप्रैल को कनाडा के वैंकूवर में हरियाणा के 24 साल के चिराग की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. चिराग सोनीपत के बड़ौली गांव का रहने वाला था. मंगलवार को भारतीय दूतावास और कनाडा में रह रहे परिचितों की मदद से चिराग का शव कनाडा से दिल्ली लाया गया. जहां से शव लेकर परिजन सोनीपत पहुंचे और पैतृक गांव बड़ौली में उसका अंतिम संस्कार किया.
कनाडा में कार में मिला था शव: रोमित आंतिल ने बताया कि उनका भाई चिराग अंतिल कनाडा के वैंकूवर शहर में एमबीए की पढ़ाई के लिए गया था. वो अब वर्क वीजा पर एक सिक्योरिटी कंपनी में काम करता था. 13 अप्रैल को वैंकूवर पुलिस ने मेल से जानकारी दी थी कि चिराग अंतिल की हत्या कर दी गई है. उसके बाद से परिवार के सदस्य कनाडा पुलिस और वहां रह रहे परिचितों के संपर्क में थे.
सोमवार को दिल्ली पहुंचा शव: परिवार के सदस्यों ने विदेश मंत्री एस जयशंकर और दूतावास से संपर्क किया और चिराग के शव को भारत पहुंचाने की गुहार लगाई. जिस पर विदेश मंत्रालय, भारतीय दूतावास और कनाडा में रह रहे परिचितों की मदद से सोमवार को शव पहले दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा. वहां से परिजन देर शाम शव को लेकर सोनीपत पहुंचे और आज उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
पैतृक गांव में अंतिम संस्कार: चिराग की अंतिम संस्कार यात्रा में जनसैलाब उमड़ हुआ था. हर कोई उसके व्यवहार की नम आंखों से चर्चा कर रहा था. चिराग अंतिल के पिता महाबीर सिंह अंतिल चीनी मिल में इंस्पेक्टर थे. वो जनवरी, 2020 में सेवानिवृत्त हुए थे. उनकी सेवानिवृत्ति के दौरान विदाई पार्टी पर क्षेत्र के किसानों ने उन्हें 15 लाख की क्रेटा गाड़ी, ढाई लाख रुपये कीमत की बुलेट बाइक व 10 लाख रुपये की मालाओं से उनका स्वागत किया था. क्षेत्र के विधायक मोहनलाल बड़ौली खुद उन्हें अपनी कार से घर तक लेकर आए थे.