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मनोहर लाल खट्टर के भतीजे का निधन, ब्रेन ट्यूमर ने ले डाली जान

पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के भतीजे का बुधवार सुबह 6 बजे गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में निधन हो गया.

VAIBHAV KHATTAR PASSED AWAY
मनोहर लाल खट्टर के भतीजे का निधन (File photo)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Oct 23, 2024, 7:42 PM IST

गुरुग्राम: केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के भतीजे का आज सुबह 6 बजे गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में निधन हो गया. 30 वर्षीय वैभव खट्टर ब्रेन ट्यूमर की बीमारी से ग्रस्त थे. कुछ दिन पहले ही मेदांता हॉस्पिटल में उनको भर्ती किया गया था.

दरअसल, 7 साल पहले वैभव खट्टर को ब्रेन ट्यूमर हो गया था. जिसके बाद उन्होंने अलग-अलग हॉस्पिटल से अपना इलाज कराया, लेकिन बीमारी ठीक नहीं हो सकी. आखिरकार वे गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में पहुंचे और मेदांता हॉस्पिटल में उनका रेगुलर बेसिस पर इलाज चल रहा था, लेकिन बीते 13 अक्टूबर को उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी. जिसके चलते उनको मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और डॉक्टरों की विशेष टीम की निगरानी में उनका इलाज चलता रहा.

सोमवार को मुख्यमंत्री ने की थी मुलाकात : बीते सोमवार को ही हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में पहुंचे थे, जहां उन्होंने डॉक्टरों से भी वैभव खट्टर का हाल-चाल जाना तो वहीं वैभव खट्टर के परिजनों से भी मुलाकात की थी.

बीमारी के बीच में ही वकालत की पढ़ाई की थी पूरी : वैभव खट्टर को पढ़ाई में काफी ज्यादा दिलचस्पी थी. हालांकि जब वे बीमार हुए और ब्रेन ट्यूमर से खासे परेशान थे लेकिन पढ़ाई के लिए उनका जज्बा कम नहीं हुआ. उसके बाद भी उन्होंने अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी और बीमार रहते हुए भी अपनी एलएलबी की पढ़ाई पूरी की. लेकिन आखिरकार ब्रेन ट्यूमर के चलते उनका निधन हो गया. बता दें कि वैभव खट्टर मनोहर लाल खट्टर के छोटे भाई चरणजीत खट्टर के बेटे हैं. आज सुबह मेदांता हॉस्पिटल से उनके शव को ले जाया गया.

इसे भी पढ़ें : केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के भतीजे को देखने मेदांता पहुंचे सीएम नायब सैनी

गुरुग्राम: केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के भतीजे का आज सुबह 6 बजे गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में निधन हो गया. 30 वर्षीय वैभव खट्टर ब्रेन ट्यूमर की बीमारी से ग्रस्त थे. कुछ दिन पहले ही मेदांता हॉस्पिटल में उनको भर्ती किया गया था.

दरअसल, 7 साल पहले वैभव खट्टर को ब्रेन ट्यूमर हो गया था. जिसके बाद उन्होंने अलग-अलग हॉस्पिटल से अपना इलाज कराया, लेकिन बीमारी ठीक नहीं हो सकी. आखिरकार वे गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में पहुंचे और मेदांता हॉस्पिटल में उनका रेगुलर बेसिस पर इलाज चल रहा था, लेकिन बीते 13 अक्टूबर को उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी. जिसके चलते उनको मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और डॉक्टरों की विशेष टीम की निगरानी में उनका इलाज चलता रहा.

सोमवार को मुख्यमंत्री ने की थी मुलाकात : बीते सोमवार को ही हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में पहुंचे थे, जहां उन्होंने डॉक्टरों से भी वैभव खट्टर का हाल-चाल जाना तो वहीं वैभव खट्टर के परिजनों से भी मुलाकात की थी.

बीमारी के बीच में ही वकालत की पढ़ाई की थी पूरी : वैभव खट्टर को पढ़ाई में काफी ज्यादा दिलचस्पी थी. हालांकि जब वे बीमार हुए और ब्रेन ट्यूमर से खासे परेशान थे लेकिन पढ़ाई के लिए उनका जज्बा कम नहीं हुआ. उसके बाद भी उन्होंने अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी और बीमार रहते हुए भी अपनी एलएलबी की पढ़ाई पूरी की. लेकिन आखिरकार ब्रेन ट्यूमर के चलते उनका निधन हो गया. बता दें कि वैभव खट्टर मनोहर लाल खट्टर के छोटे भाई चरणजीत खट्टर के बेटे हैं. आज सुबह मेदांता हॉस्पिटल से उनके शव को ले जाया गया.

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