झज्जर/चंडीगढ़: हरियाणा वासियों के लिए खुशखबरी है. अब माता वैष्णो देवी के दर्शन करने का रास्ता आसान हो गया है. दिल्ली-अमृतसर कटरा एक्सप्रेसवे को यात्रियों के लिए खोल दिया गया है. हरियाणा, पंजाब और जम्मू को जोड़ने वाला ये एक्सप्रेस वे फिलहाल हरियाणा के हिस्से से शुरू हुआ है. इस एक्सप्रेसवे के जरिए झज्जर से यात्री महज 5 से 6 घंटे में कटरा पहुंच सकेंगे. अभी इसे ट्रायल रन के लिए खोला गया है.
दिल्ली-अमृतसर कटरा एक्सप्रेसवे पर ट्रायल रन: आपको बता दें कि दिल्ली कटरा एक्सप्रेस वे हरियाणा सीमा में वाहनों के लिए खोल दिया गया है. इस एक्सप्रेस वे पर ना तो अभी टोल शुल्क की वसूली शुरू की गई है और ना ही औपचारिक रूप से इसका उद्घाटन हुआ है. एक्सप्रेस वे पर वाहन चालकों के लिए अभी कोई सुविधा भी शुरू नहीं हुई है. बता दें कि फिलहाल हरियाणा से पंजाब के खानौरी बॉर्डर तक एक्सप्रेस वे की अंतिम सीमा रहेगी.
एक्सप्रेसवे पर जाने से पहले जान लें जरूरी बातें: मूलभूत सुविधा समेत पेट्रोल पंप, सीएनजी स्टेशन आदि की सुविधा यहां नहीं है. ऐसे में केएमपी एक्सप्रेस की तरह इस एक्सप्रेसवे भी अभी इस तरह की सुविधाएं शुरू होने में कई माह का समय लग सकता है. फिलहाल कुछ माह तक कटरा एक्सप्रेस वे का सफर वाहन चालकों को अपने रिस्क पर ही करना पड़ेगा. अगर कोई दुर्घटना हो जाए, टायर पंक्चर हो जाए या गाड़ी का तेल खत्म हो जाए तो दूर-दूर इस एक्सप्रेस वे कोई मदद नहीं मिल सकेगी. अगर किसी को प्यास लग गई और भूख लग गई तो खाने-पीने के संसाधन भी इस एक्सप्रेस वे पर अभी शुरू नहीं हुए हैं.
एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ बनेंगे रेस्ट एरिया: कटरा एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ रेस्ट एरिया भी बनाए जाएंगे. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर इन रेस्ट एरिया में पेट्रोल पंप, सीएनजी, रेस्टोरेंट, पार्क, झूले आदि सुविधाएं होंगी. ताकि वाहन चालकों को किसी तरह की परेशानी न आए. निलौठी से लेकर हरियाणा सीमा में कुल 12 रेस्ट एरिया बनेंगे. दोनों तरफ छह-छह रेस्ट एरिया बनाए जाएंगे. अभी इन रेस्ट एरिया के लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है. लेकिन यहां काम अभी शुरू नहीं हुआ है. अगर कुछ दिनों में काम शुरू भी होता है, तो कम से कम पांच-छह महीने का समय रेस्ट एरिया बनने में लग जाएंगे और पेट्रोल पंप व अन्य सुविधाएं शुरू होने में भी काफी समय लग जाएगा.
सुरक्षा का ख्याल: ट्रायल रन सफल रहने के बाद अब बूथ लैस टोल सिस्टम भी शुरू हो गया है. एक्सेस कंट्रोल फोर लेन की सड़क पर कारें अब फर्राटा भरने लगी है. पूरी सड़क को बेहद अच्छे तरीके से बनाया गया है. सुरक्षा के लिए सड़क के दोनों और रेलिंग भी लगाई गई है. पशुओं की सुरक्षा को देखते हुए एक दीवार भी बनाई गई है. सड़क के डिवाइडर पर हरियाली के लिए पौधारोपण भी किया गया और पौधों में पानी देने के लिए फव्वारे भी लगाए गए हैं. जो इस हाईवे को चार चांद लगाते हैं.
कितना देना होगा टोल टैक्स: दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस वे के केएमपी-कैथल खंड का इस्तेमाल करने पर लाइट मोटर व्हीकल, यानी कार-जीप आदि को एक तरफ से यात्रा करने पर 240 रुपये तो दोनों तरफ का सफर करने पर 360 रुपये का टोल टैक्स देना होगा. जबकि हल्के कमर्शियल वाहनों के लिए 385 और 580 रुपये, दो एक्सल बस व ट्रक को एक तरफ के लिए 805 और दोनों तरफ के लिए 1210 रुपये का टोल टैक्स भरना होगा. वहीं, तीन एक्सेल वाले कमर्शियल वाहनों के लिए एक तरफ का टोल टैक्स 880 रुपये और दोनों तरफ का 1320 रुपये भरना होगा. एक्सप्रेसवे पर हर एंट्री प्वाइंट पर वाहन को पर्ची दी जाएगी और एग्जिट प्वाइंट पर टोल शुल्क लिया जाएगा.
सुहाना हुआ सफर: दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस वे की कुल दूरी करीब 669 किलोमीटर है, जिसे तय करने में महज 6 घंटे का समय लगेगा. इसका मतलब हुआ कि अगर आप सुबह 6 बजे दिल्ली से चलते हैं, तो 12 बजे तक कटरा पहुंच जाएंगे. एक्सप्रेसवे के जरिए दिल्ली से अमृतसर तक पहुंचने के लिए केवल 4 घंटे का समय लगेगा. एक्सप्रेस वे का पहला टोल बैरियर केएमपी के पास बनाया गया है. इसके बाद खरखौदा-सांपला मार्ग, रोहतक-खरखौदा मार्ग, पानीपत-रोहतक, जींद-गोहाना-सोनीपत, राजस्थान-पानीपत, करनाल, कैथल, नरवाना मार्ग पर टोल नाके बनाए गए हैं. फिलहाल 117 किलोमीटर के दायरे में 7 टोल प्लाजा शुरू किए गए हैं.
कार स्पीड लिमिट: केएमपी की तर्ज पर यहां भी जितना आप सफर करेंगे उतना ही आपको टोल भी चुकाना होगा. इस सड़क का सफर काफी सुविधाजनक होगा, छोटे वाहनों के लिए स्पीड लिमिट 120 की रखी गई है, जबकि हैवी वाहनों के लिए स्पीड लिमिट 80 रखी गई है. इस हाईवे को आकर्षित करने के लिए तमाम इंतजाम किए गए हैं. सुविधा के लिहाज से भी इसे काफी सुरक्षित बनाया गया है. उनका कहना है कि माता वैष्णो देवी के धाम जाना अब आसान हो जाएगा.
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