पंचकूला: हरियाणा की ऑल इंडिया होमगार्ड्स वेलफेयर एसोसिएशन ने प्रदेश सरकार से उन होमगार्ड जवानों की नौकरी वापसी की गुहार लगाई है, जिनकी सेवा बिना कारण बताओ नोटिस दिए खत्म कर दी गई. एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि हरियाणा के विभिन्न जिलों में जवानों को बिना नोटिस के हटाया गया है, जिससे जवानों को मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
अनुशासनहीन बताकर दिखाया बाहर का रास्ता: ऑल इंडिया होमगार्ड्स वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा के राज्य प्रदेश अध्यक्ष चंद्रपाल तंवर समेत अन्यों ने पंचकूला सेक्टर 1 में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान चंद्रपाल ने कहा कि उनकी मांग है कि निकाले गए जवानों की बिना शर्त विभाग में वापसी कराई जाए. उन्होंने कहा कि समाज में जवानों की कर्तव्यनिष्ठा पर सवाल उठते हैं. उन्होंने आरोप लगाए कि जवानों को बिना कारण बताओ नोटिस व अनुचित ढंग से विभाग से बाहर किया गया है. यह भी आरोप लगाए कि जो कोई होमगार्ड जवान गलत कार्यों के खिलाफ आवाज उठाता, उसे अनुशासनहीन बताकर विभाग से बाहर निकाल दिया गया.
आरटीआई मांगने पर नौकरी से हटाया: राज्य प्रदेश अध्यक्ष चंद्रपाल तंवर समेत अन्यों ने आज पंचकूला सेक्टर-1 में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान चंद्रपाल ने कहा कि आरटीआई मांगने पर भी होमगार्ड जवान को अनुशासनहीन बताते हुए नौकरी से निकाल दिया गया. उन्होंने बताया कि ऐसे कई मामले अदालत में विचाराधीन हैं. चंद्रपाल ने निर्दोष होमगार्ड जवानों को निकालना मानवाधिकार का उल्लंघन बताया.
2016 में भर्ती बंद लेकिन नए जवान रखे: प्रदेश अध्यक्ष चंद्रपाल तंवर ने कहा कि वर्ष 2016 में होमगार्ड जवानों की भर्ती बंद की गई. आरोप हैं कि बावजूद इसके विभाग में पुराने होमगार्ड जवानों को बाहर का रास्ता दिखाकर नए लोग भर्ती किए गए. इसके अलावा भी कई तरह के आरोप लगाए गए. उन्होंने बताया कि इस संबंध में जवानों ने अनेक अर्जियां और ज्ञापन प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार और डीजी होमगार्ड, हरियाणा को भेजी हैं लेकिन अब भी अनेक होमगार्ड जवान मांग पूरी नहीं होने के चलते परेशानियों का सामना कर रहे हैं.