चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा की सभी 90 सीटों के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. सभी 90 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान होगा. हरियाणा में 1 अक्टूबर को मतदान होगा और चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे.
हरियाणा में बजा चुनावी बिगुल, कब होगी वोटिंग और कब आएंगे नतीजे? जानें निर्वाचन आयोग की बड़ी बातें - Haryana Assembly Election 2024
Published : Aug 16, 2024, 3:01 PM IST
|Updated : Aug 16, 2024, 3:42 PM IST
चंडीगढ़: भारत निर्वाचन आयोग ने हरियाणा विधानसभा और जम्मू-कश्मीर के चुनावी कार्यक्रम का ऐलान कर दिया है. हरियाणा में 1 अक्टूबर को मतदान होगा. जबकि 4 अक्टूबर को मतगणना होगी. बता दें कि हरियाणा विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं. वर्तमान में तीन सीटें खाली हैं. बीजेपी के 41 विधायक हैं. कांग्रेस के 29, जेजेपी के 10 और INLD और HLP के एक-एक विधायक हैं. सदन में पांच निर्दलीय विधायक हैं.
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हरियाणा में 1 अक्टूबर को मतदान, 4 को मतगणना
85 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग घर से ही मतदान कर सकेंगे
85 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग घर से ही मतदान कर सकेंगे. उसकी वीडियोग्राफी होगी. मतदाताओं के लिए पीने के पानी और टॉयलेट की सुविधा होगी. ताकि किसी तरह की परेशानी ना हो. दिव्यांगों को लिए खास सुविधा होगी. सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है. सभी पोलिंग स्टेशन पर सीसीटीवी की व्यवस्था की गई है. कहीं भी अगर मतदान में गड़बड़ी की सूचना मिली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
हरियाणा में मतदान केंद्रों की संख्या, मल्टी स्टोरीज सोसाइटी पोलिंग बूथ होंगे
चुनाव आयोग ने जानकारी दी है कि विधानसभा चुनाव के लिए 20,629 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जो 2019 के चुनावों के मुकाबले 817 ज्यादा हैं. इनमें से 13,497 ग्रामीण क्षेत्रों में, जबकि 7,132 शहरी क्षेत्रों में होंगे. इनमें हर मतदान केंद्र में औसतन 977 मतदाता होंगे. 125 मतदान केंद्रों का प्रबंधन पूरी तरह से महिलाओं और 116 बूथों का प्रबंधन युवा कर्मचारी करेंगे. हर विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर दिव्यांग शख्स को भी तैनात किया जाएगा. इसके अलावा 100 प्रतिशत मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग कराने की कोशिश की जाएगी. फरीदाबाद, गुरुग्राम और सोनीपत में मल्टी स्टोरीज सोसाइटी पोलिंग बूथ होंगे. ताकि मतदान प्रतिशत को बढ़ाया जा सके.
हरियाणा में 2 करोड़ से ज्यादा मतदाता
2 अगस्त को प्रकाशित मतदाता सूची के मुताबिक हरियाणा में 2.01 करोड़ मतदाता हैं. जिनमें 1.06 करोड़ पुरुष और 95 लाख महिला वोटर्स हैं. वहीं राज्य में पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं की संख्या 4.52 लाख से ज्यादा है. 85 साल से ज्यादा आयु वाले 2.55 लाख मतदाता हैं. दिव्यांग मतदाताओं की संख्या डेढ़ लाख है. हरियाणा में 100 से ज्यादा उम्र वाले वोटर्स की संख्या 10,321 है. आखिरी वोटर लिस्ट का प्रकाशन 27 अगस्त को किया जाएगा. उसके बाद अगर कोई मतदाता छूट गया तो, उनके पास नाम नॉमिनेशन का वक्त होगा.
हरियाणा में 3 नवंबर को खत्म हो रहा कार्यकाल
हरियाणा में तीन नवंबर को सरकार का कार्यकाल खत्म हो रहा है. साल 2019 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था. बीजेपी के खाते में कुल 90 विधानसभा सीटों में से 40 सीट आई थी. जबकि बहुमत का आंकड़ा 46 है. बीजेपी ने जननायक जनता पार्टी (10 सीट) के समर्थन के साथ सरकार बनाई थी. ये गठबंधन लोकसभा चुनाव से पहले टूट गया था. इसके बाद बीजेपी ने निर्दलीय विधयकों के समर्थन के साथ नई सरकार की गठन किया.
निर्वाचन आयोग की टीम ने किया जम्मू कश्मीर और हरियाणा का दौरा
भारत निर्वाचन आयोग के प्रमुख राजीव कुमार ने कहा कि हाल ही में लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए हैं. आयोग ने जम्मू कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर भी दोनों राज्यों में दौरा किया है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आयोग को 30 सितंबर 2024 तक जम्मू कश्मीर में चुनाव कराने का आदेश दिया था. धारा 370 खत्म होने के बाद जम्मू कश्मीर में ये पहला चुनाव होगा.
चंडीगढ़: भारत निर्वाचन आयोग ने हरियाणा विधानसभा और जम्मू-कश्मीर के चुनावी कार्यक्रम का ऐलान कर दिया है. हरियाणा में 1 अक्टूबर को मतदान होगा. जबकि 4 अक्टूबर को मतगणना होगी. बता दें कि हरियाणा विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं. वर्तमान में तीन सीटें खाली हैं. बीजेपी के 41 विधायक हैं. कांग्रेस के 29, जेजेपी के 10 और INLD और HLP के एक-एक विधायक हैं. सदन में पांच निर्दलीय विधायक हैं.
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हरियाणा में 1 अक्टूबर को मतदान, 4 को मतगणना
चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा की सभी 90 सीटों के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. सभी 90 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान होगा. हरियाणा में 1 अक्टूबर को मतदान होगा और चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे.
85 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग घर से ही मतदान कर सकेंगे
85 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग घर से ही मतदान कर सकेंगे. उसकी वीडियोग्राफी होगी. मतदाताओं के लिए पीने के पानी और टॉयलेट की सुविधा होगी. ताकि किसी तरह की परेशानी ना हो. दिव्यांगों को लिए खास सुविधा होगी. सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है. सभी पोलिंग स्टेशन पर सीसीटीवी की व्यवस्था की गई है. कहीं भी अगर मतदान में गड़बड़ी की सूचना मिली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
हरियाणा में मतदान केंद्रों की संख्या, मल्टी स्टोरीज सोसाइटी पोलिंग बूथ होंगे
चुनाव आयोग ने जानकारी दी है कि विधानसभा चुनाव के लिए 20,629 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जो 2019 के चुनावों के मुकाबले 817 ज्यादा हैं. इनमें से 13,497 ग्रामीण क्षेत्रों में, जबकि 7,132 शहरी क्षेत्रों में होंगे. इनमें हर मतदान केंद्र में औसतन 977 मतदाता होंगे. 125 मतदान केंद्रों का प्रबंधन पूरी तरह से महिलाओं और 116 बूथों का प्रबंधन युवा कर्मचारी करेंगे. हर विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर दिव्यांग शख्स को भी तैनात किया जाएगा. इसके अलावा 100 प्रतिशत मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग कराने की कोशिश की जाएगी. फरीदाबाद, गुरुग्राम और सोनीपत में मल्टी स्टोरीज सोसाइटी पोलिंग बूथ होंगे. ताकि मतदान प्रतिशत को बढ़ाया जा सके.
हरियाणा में 2 करोड़ से ज्यादा मतदाता
2 अगस्त को प्रकाशित मतदाता सूची के मुताबिक हरियाणा में 2.01 करोड़ मतदाता हैं. जिनमें 1.06 करोड़ पुरुष और 95 लाख महिला वोटर्स हैं. वहीं राज्य में पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं की संख्या 4.52 लाख से ज्यादा है. 85 साल से ज्यादा आयु वाले 2.55 लाख मतदाता हैं. दिव्यांग मतदाताओं की संख्या डेढ़ लाख है. हरियाणा में 100 से ज्यादा उम्र वाले वोटर्स की संख्या 10,321 है. आखिरी वोटर लिस्ट का प्रकाशन 27 अगस्त को किया जाएगा. उसके बाद अगर कोई मतदाता छूट गया तो, उनके पास नाम नॉमिनेशन का वक्त होगा.
हरियाणा में 3 नवंबर को खत्म हो रहा कार्यकाल
हरियाणा में तीन नवंबर को सरकार का कार्यकाल खत्म हो रहा है. साल 2019 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था. बीजेपी के खाते में कुल 90 विधानसभा सीटों में से 40 सीट आई थी. जबकि बहुमत का आंकड़ा 46 है. बीजेपी ने जननायक जनता पार्टी (10 सीट) के समर्थन के साथ सरकार बनाई थी. ये गठबंधन लोकसभा चुनाव से पहले टूट गया था. इसके बाद बीजेपी ने निर्दलीय विधयकों के समर्थन के साथ नई सरकार की गठन किया.
निर्वाचन आयोग की टीम ने किया जम्मू कश्मीर और हरियाणा का दौरा
भारत निर्वाचन आयोग के प्रमुख राजीव कुमार ने कहा कि हाल ही में लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए हैं. आयोग ने जम्मू कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर भी दोनों राज्यों में दौरा किया है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आयोग को 30 सितंबर 2024 तक जम्मू कश्मीर में चुनाव कराने का आदेश दिया था. धारा 370 खत्म होने के बाद जम्मू कश्मीर में ये पहला चुनाव होगा.