भिवानी: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के पौत्र अनिरुद्ध चौधरी ने तोशाम सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं. बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष रह चुके अनिरुद्ध चौधरी ने अपनी चाची किरण चौधरी को तोशाम से क्रिकेट की भाषा में चुनौती दी है. उन्होंने अपनी बहन श्रुति की बजाय खुद को बंसीलाल का राजनीतिक वारिस बताया. शुक्रवार को अनिरुद्ध ने भिवानी में अपने आवास पर तोशाम हलके के कार्यकर्ताओं की बैठक ली.
अनिरुद्ध चौधरी ने ठोकी चुनावी ताल: कार्यकर्ताओं से बैठक के बाद अनिरुद्ध चौधरी ने अपनी चाची किरण चौधरी के सामने चुनाव लड़ने और बंसीलाल का राजनीतिक वारिस होने का दावा ठोका. किरण चौधरी के कांग्रेस छोड़ने से पहले अनिरुद्ध दादरी जिला की बाढड़ा सीट चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे, क्योंकि उनके पिता रणबीर महेन्द्रा यहीं से कांग्रेस की टिकट पर तीन बार चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें हर बार हार का सामना करना पड़ा.
तोशाम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे अनिरुद्ध? अनिरुद्ध चौधरी ने कहा कि तोशाम में बंसीलाल के समर्थक मायूस थे. आज उनसे बैठक की है. उन्होंने पहले तो तोशाम या बाढड़ा में से एक जगह से चुनाव लड़ने के सवाल पर टालमटोल किया. फिर ये फैसला पार्टी पर छोड़ा. तोशाम में किरण चौधरी से टक्कर के सवाल पर क्रिकेट की भाषा में उन्होंने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि अच्छा खिलाड़ी अच्छे मैच का इंतज़ार करता है.
खुद को बताया बंसीलाल का राजनीतिक वारिस: अनिरुद्ध ने कहा कि जब भारत की टीम का मैच स्कॉटलैंड से हो तो कोई ध्यान नहीं रखता. वहीं मैच पाक से हो तो मजा आ जाता है. उन्होंने कहा कि मुझे हार का कोई डर नहीं. मैं ऐसी सीट से डेब्यू करना चाहूंगा, जिस सीट पर पूरा हरियाणा देखे. हरियाणा के पूर्व सीएम बंसीलाल की राजनीतिक विरासत को लेकर छिड़ी बहस पर अनिरुद्ध ने कहा कि धर्म व परंपराओं के अनुसार मेरे दादा के वारिस मेरे पिता और उनका वारिस मैं हूं.
किरण चौधरी पर कसा तंज: कांग्रेस नेता अनिरुद्ध ने कहा कि मेरे चाचा सुरेन्द्र सिंह की वारिस मेरी बहन श्रुति चौधरी है. उन्होंने कहा कि मेरे दादा बंसीलाल ने अपनी पगड़ी मेरे पिता और सुरेन्द्र सिंह की पगड़ी श्रुति के सिर पर रखी थी. बंसीलाल की पगड़ी श्रुति के सिर रखने के किरण चौधरी के दावे पर अनिरुद्ध ने पलटवार कर कहा कि चाची किरण ने तो भाजपा में आते ही कांग्रेस द्वारा संविधान खत्म करने की और कांग्रेस द्वारा झूठ बोलने की बात भी कही थी.