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चैंपियन-उमेश फायरिंग केस पर बोले हरदा, बबूल के पेड़ से आम की उम्मीद न करें, दोनों को सत्ताधारी पार्टी का संरक्षण - HARISH RAWAT STATEMENT

उत्तराखंड में दो नेताओं के बीच हुआ फायरिंग विवाद राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है.

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पूर्व सीएम उत्तराखंड हरीश रावत (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 27, 2025, 7:03 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड के रुड़की में पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन और खानपुर विधायक उमेश कुमार के फायरिंग विवाद में सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का भी बयान आया है. दिल्ली में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे हरीश रावत ने कहा है कि रुड़की में जो कुछ भी हुआ है, उसे न केवल राज्य की छवि धूमिल हुई है, बल्कि यह भी साबित हो रहा है कि राज्य में सरकार नाम की कोई चीज रही ही नहीं है. क्योंकि दोनों ही नेताओं को सत्ताधारी पार्टी का संरक्षण प्राप्त है.

हरीश रावत ने इस घटना को राज्य के लिए कलंक भी बताया है. हरीश रावत ने कहा है कि उत्तराखंड बनाने के लिए जिन लोगों ने अपनी जान दी थी, उन्होंने शायद कभी नहीं सोचा था कि राज्य में ऐसा कुछ भी होगा. रुड़की में खुलेआम हथियारों का प्रदर्शन एक दूसरे पर गोली चलाना यह बताता है कि समाज किस तरफ जा रहा है.

हरीश रावत ने लोगों से भी अपील की है कि अगर वह बबूल के पेड़ लगा रहे हैं तो उसमें से आम आने की उम्मीद न करें. ऐसे में सभी सम्मानित जनता को यह सोचना होगा कि वह अपना प्रतिनिधि किसे चुन रहे हैं. हरीश रावत ने रुड़की की इस घटना के साथ ही सरकार को भी आड़े हाथों लिया.

पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि चुनाव में मतदान पेटी लूटी जा रही है. जीते हुए प्रत्याशियों को हराया जा रहा है. खुलेआम गोलियां चलाई जा रही हैं. ऐसा लग रहा है कि राज्य में सरकार नाम की कोई चीज है ही नहीं. रावत ने कहा कि दोनों ही नेता मौजूदा सरकार के बेहद करीबी है. ऐसे में उनके द्वारा ही राज्य की छवि को धूमिल करना यह बताता है की सरकार कैसे नेताओं का साथ दे रही है.

जानिए क्या है पूरा मामला: दरअसल, 26 जनवरी रविवार को पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन अपने समर्थकों के साथ खानपुर विधायक उमेश कुमार के रुड़की में बने कार्यालय पर पहुंचे थे. आरोप है कि प्रणव सिंह चैंपियन ने पहले उमेश कुमार के स्टाफ के साथ मारपीट की और फिर वहां ताबड़तोड़ गोलियां चलाई. इसके बाद प्रणव सिंह चैंपियन वहां से भाग गया था, जिसके पुलिस ने हरिद्वार से गिरफ्तार किया था.

वहीं आज 27 जनवरी को प्रणव सिंह चैंपियन को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट में चैंपियन को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. बता दें कि 26 जनवरी को फायरिंग विवाद के बाद प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी देवयानी ने भी खानपुर विधायक उमेश कुमार के खिलाफ रुड़की पुलिस को तहरीर दी थी.

देवयानी का आरोप है कि 25 जनवरी देर रात को खानपुर विधायक उमेश कुमार अपने समर्थकों के साथ उनके घर आए थे. उमेश कुमार ने देवयानी के घर में घुसने का प्रयास किया. साथ ही उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी. पुलिस ने देवयानी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर उमेश कुमार को गिरफ्तार किया. हालांकि उमेश कुमार को आज 27 जनवरी को कोर्ट से जमानत मिल गई.

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देहरादून: उत्तराखंड के रुड़की में पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन और खानपुर विधायक उमेश कुमार के फायरिंग विवाद में सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का भी बयान आया है. दिल्ली में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे हरीश रावत ने कहा है कि रुड़की में जो कुछ भी हुआ है, उसे न केवल राज्य की छवि धूमिल हुई है, बल्कि यह भी साबित हो रहा है कि राज्य में सरकार नाम की कोई चीज रही ही नहीं है. क्योंकि दोनों ही नेताओं को सत्ताधारी पार्टी का संरक्षण प्राप्त है.

हरीश रावत ने इस घटना को राज्य के लिए कलंक भी बताया है. हरीश रावत ने कहा है कि उत्तराखंड बनाने के लिए जिन लोगों ने अपनी जान दी थी, उन्होंने शायद कभी नहीं सोचा था कि राज्य में ऐसा कुछ भी होगा. रुड़की में खुलेआम हथियारों का प्रदर्शन एक दूसरे पर गोली चलाना यह बताता है कि समाज किस तरफ जा रहा है.

हरीश रावत ने लोगों से भी अपील की है कि अगर वह बबूल के पेड़ लगा रहे हैं तो उसमें से आम आने की उम्मीद न करें. ऐसे में सभी सम्मानित जनता को यह सोचना होगा कि वह अपना प्रतिनिधि किसे चुन रहे हैं. हरीश रावत ने रुड़की की इस घटना के साथ ही सरकार को भी आड़े हाथों लिया.

पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि चुनाव में मतदान पेटी लूटी जा रही है. जीते हुए प्रत्याशियों को हराया जा रहा है. खुलेआम गोलियां चलाई जा रही हैं. ऐसा लग रहा है कि राज्य में सरकार नाम की कोई चीज है ही नहीं. रावत ने कहा कि दोनों ही नेता मौजूदा सरकार के बेहद करीबी है. ऐसे में उनके द्वारा ही राज्य की छवि को धूमिल करना यह बताता है की सरकार कैसे नेताओं का साथ दे रही है.

जानिए क्या है पूरा मामला: दरअसल, 26 जनवरी रविवार को पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन अपने समर्थकों के साथ खानपुर विधायक उमेश कुमार के रुड़की में बने कार्यालय पर पहुंचे थे. आरोप है कि प्रणव सिंह चैंपियन ने पहले उमेश कुमार के स्टाफ के साथ मारपीट की और फिर वहां ताबड़तोड़ गोलियां चलाई. इसके बाद प्रणव सिंह चैंपियन वहां से भाग गया था, जिसके पुलिस ने हरिद्वार से गिरफ्तार किया था.

वहीं आज 27 जनवरी को प्रणव सिंह चैंपियन को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट में चैंपियन को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. बता दें कि 26 जनवरी को फायरिंग विवाद के बाद प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी देवयानी ने भी खानपुर विधायक उमेश कुमार के खिलाफ रुड़की पुलिस को तहरीर दी थी.

देवयानी का आरोप है कि 25 जनवरी देर रात को खानपुर विधायक उमेश कुमार अपने समर्थकों के साथ उनके घर आए थे. उमेश कुमार ने देवयानी के घर में घुसने का प्रयास किया. साथ ही उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी. पुलिस ने देवयानी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर उमेश कुमार को गिरफ्तार किया. हालांकि उमेश कुमार को आज 27 जनवरी को कोर्ट से जमानत मिल गई.

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