हरिद्वार: मंगलौर के लिब्बरहेड़ी गांव में हिंसक झड़प मामले में पूर्व सीएम हरीश रावत का बड़ा बयान सामाने आया है. जिसमें हरीश रावत ने हिंसा के लिए पुलिस प्रशासन और बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने आरोप लगाया कि शासन प्रशासन की मिलीभगत से यह घटना हुई. वोट डालने आ रहे लोगों को चिह्नित कर डर का माहौल बनाया जा रहा है. कांग्रेस का कहना है कि दोनों विधानसभाओं में पहले दिन से ही कांग्रेस मजबूत है, जिससे बीजेपी में बौखलाहट है.
हे भगवन, #मंगलौर में यह क्या हो रहा है??@pushkardhami @INCUttarakhand @qazinizamuddin pic.twitter.com/ljjyfIyzFB
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) July 10, 2024
लिब्बरहेड़ी गांव में हिंसक झड़प: दरअसल, हरिद्वार जिले के मंगलौर विधानसभा के लिब्बरहेड़ी गांव में वोट डालने को लेकर दो दल आपस में भिड़ गए. इस दौरान जमकर लाठी और डंडे भी चले. जिसमें कई लोग घायल हो गए. खुद कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल पहुंचाया. इस घटना के बाद सूबे में सियासत गरमा गई है. कांग्रेस नेता हरीश रावत का कहना है कि मंगलौर उपचुनाव में जिसकी कल्पना भी नहीं की गई थी, वो घटना देखने को मिली है.
हरीश रावत ने लगाए गंभीर आरोप: हरीश रावत ने शासन प्रशासन पर गंभीर आरोप भी लगाए. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि शासन और प्रशासन भी सत्ता पक्ष के आदेशों का पालन कर रहा है, लोगों को डराने का काम किया जा रहा है. वोटिंग के लिए लाइन में लगे लोगों को चिन्हित कर डर का माहौल बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में हम सभी के खड़े हैं. इसके अलावा उन्होंने एसपी देहात या फिर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के कार्यालय पर धरना पर बैठने की बात भी कही.
#मंगलौर_विधानसभा के #लिबरहेडी में पुलिस प्रशासन एवं मतदान कर्मियों की मौजूदगी में गोलीबारी एवं बाहरी राज्यों से गुंडे लाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गंभीर रूप से घायल करने के विरोध में आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी देहरादून को ज्ञापन सौंपा। pic.twitter.com/Xi2lmTtzt0
— Uttarakhand Congress (@INCUttarakhand) July 10, 2024
शीशपाल बिष्ट ने घेरा: कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट ने आरोप लगाया कि मतदान के दिन मंगलौर विधानसभा के लिब्बरहेड़ी में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जिस तरह से कांग्रेस समर्थकों पर लाठी डंडों से हमला किया गया, उस दौरान प्रशासन कहीं नजर नहीं आया. इस घटना को रोकने की बजाय मौन बना रहा. कांग्रेस दो बार चुनाव आयोग को ज्ञापन देकर मांग उठा चुकी थी कि मंगलौर विधानसभा में अन्य राज्यों के वाहन धड़ल्ले से घूम रहे हैं और उन वाहनों की चेकिंग नहीं की जा रही है.
शीशपाल बिष्ट ने कहा कि मंगलौर विधानसभा में लोगों को धमकाया जा रहा है, लेकिन प्रशासन ने इसे गंभीरता से काम नहीं किया, जिसका नतीजा ये हुआ कि वहां मतदान के दिन मारपीट हो गई. उन्होंने कहा कि अगर ऐसे ही बीजेपी कार्यकर्ताओं को अराजकता करने की छूट मिलेगी तो फिर लोकतंत्र कैसे आगे बढ़ेगा. कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी को दोनों विधानसभाएं हारने का अंदाजा हो गया है.
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