देहरादूनः उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा की आशा नौटियाल ने बड़े अंतर से चुनाव अपने पक्ष में कर लिया. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत को हार का सामना करना पड़ा है. कांग्रेस पार्टी को बदरीनाथ और मंगलौर विधानसभा में जीत के बाद केदारनाथ सीट से भी बहुत उम्मीद थी. लेकिन कांग्रेस को इस विधानसभा सीट पर तगड़ा झटका लगा है.
केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में मिली हार को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि यह हार कांग्रेस की नहीं, बल्कि उत्तराखंड के सरोकारों की हार है. कांग्रेस प्रत्याशी को मिली हार को लेकर हरीश रावत की पीड़ा साफ झलकी. उन्होंने केदारनाथ विधानसभा सीट के चुनावी परिणामों को चिंताजनक बताया. उन्होंने आगे कहा, यह उन सवालों की हार है, जिन सवालों को केदार भूमि के लोग स्वयं उठा रहे थे. यह सवाल कांग्रेस पार्टी के नहीं थे, लेकिन यह सवाल केदारनाथ की आम जनता के थे.
केदारनाथ सीट से सरोकारों की हार इसलिए भी हुई है. क्योंकि हम लोग चुनाव संपन्न होने के बाद फिर से उत्तराखंडी सरोकारों की बातें करने लग जाते हैं. चुनाव होने के बाद हम लोग फिर से सशक्त भू-कानून, पलायन, बेरोजगारी, महिला सुरक्षा की बात करने लग जाते हैं. इन सवालों को लेकर जिस व्यक्ति ने अपना राजनीतिक मकसद बना लिया हो, उस व्यक्ति को चुनाव में हरा देते हैं.
हरीश रावत ने इस बात पर दुख जताया कि आखिर उत्तराखंड किस दिशा में जा रहा है, इसको लेकर उत्तराखंड के लोगों से संवाद किया जाएगा. नहीं तो राजनीतिक दल के रूप में कांग्रेस पार्टी भी अपने तौर तरीके बदल देगी.
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